मलाकी 2:7
क्योंकि याजक को चाहिये कि वह अपने ओंठों से ज्ञान की रक्षा करे, और लोग उसके मुंह से व्यवस्था पूछें, क्योंकि वह सेनाओं के यहोवा का दूत है।
For | כִּֽי | kî | kee |
the priest's | שִׂפְתֵ֤י | śiptê | seef-TAY |
lips | כֹהֵן֙ | kōhēn | hoh-HANE |
should keep | יִשְׁמְרוּ | yišmĕrû | yeesh-meh-ROO |
knowledge, | דַ֔עַת | daʿat | DA-at |
seek should they and | וְתוֹרָ֖ה | wĕtôrâ | veh-toh-RA |
the law | יְבַקְשׁ֣וּ | yĕbaqšû | yeh-vahk-SHOO |
mouth: his at | מִפִּ֑יהוּ | mippîhû | mee-PEE-hoo |
for | כִּ֛י | kî | kee |
he | מַלְאַ֥ךְ | malʾak | mahl-AK |
messenger the is | יְהוָֽה | yĕhwâ | yeh-VA |
of the Lord | צְבָא֖וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
of hosts. | הֽוּא׃ | hûʾ | hoo |