मरकुस 2:2 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल मरकुस मरकुस 2 मरकुस 2:2

Mark 2:2
फिर इतने लोग इकट्ठे हुए, कि द्वार के पास भी जगह नहीं मिली; और वह उन्हें वचन सुना रहा था।

Mark 2:1Mark 2Mark 2:3

Mark 2:2 in Other Translations

King James Version (KJV)
And straightway many were gathered together, insomuch that there was no room to receive them, no, not so much as about the door: and he preached the word unto them.

American Standard Version (ASV)
And many were gathered together, so that there was no longer room `for them', no, not even about the door: and he spake the word unto them.

Bible in Basic English (BBE)
And a great number had come together, so that there was no longer room for them, no, not even about the door: and he gave them teaching.

Darby English Bible (DBY)
and straightway many were gathered together, so that there was no longer any room, not even at the door; and he spoke the word to them.

World English Bible (WEB)
Immediately many were gathered together, so that there was no more room, not even around the door; and he spoke the word to them.

Young's Literal Translation (YLT)
and immediately many were gathered together, so that there was no more room, not even at the door, and he was speaking to them the word.

And
καὶkaikay
straightway
εὐθὲωςeutheōsafe-THAY-ose
many
συνήχθησανsynēchthēsansyoon-AKE-thay-sahn
together,
gathered
were
πολλοὶpolloipole-LOO
insomuch
that
ὥστεhōsteOH-stay
receive
to
room
no
was
there
μηκέτιmēketimay-KAY-tee
χωρεῖνchōreinhoh-REEN
as
much
so
not
no,
them,
μηδὲmēdemay-THAY

τὰtata
about
πρὸςprosprose
the
τὴνtēntane
door:
θύρανthyranTHYOO-rahn
and
καὶkaikay
he
preached
ἐλάλειelaleiay-LA-lee
the
αὐτοῖςautoisaf-TOOS
word
τὸνtontone
unto
them.
λόγονlogonLOH-gone

Cross Reference

मरकुस 2:13
वह फिर निकलकर झील के किनारे गया, और सारी भीड़ उसके पास आई, और वह उन्हें उपदेश देने लगा।

मरकुस 1:45
परन्तु वह बाहर जाकर इस बात को बहुत प्रचार करने और यहां तक फैलाने लगा, कि यीशु फिर खुल्लमखुल्ला नगर में न जा सका, परन्तु बाहर जंगली स्थानों में रहा; और चहुं ओर से लागे उसके पास आते रहे॥

2 तीमुथियुस 4:2
कि तू वचन को प्रचार कर; समय और असमय तैयार रह, सब प्रकार की सहनशीलता, और शिक्षा के साथ उलाहना दे, और डांट, और समझा।

रोमियो 10:8
परन्तु वह क्या कहती है? यह, कि वचन तेरे निकट है, तेरे मुंह में और तेरे मन में है; यह वही विश्वास का वचन है, जो हम प्रचार करते हैं।

प्रेरितों के काम 16:6
और वे फ्रूगिया और गलतिया देशों में से होकर गए, और पवित्र आत्मा ने उन्हें ऐशिया में वचन सुनाने से मना किया।

प्रेरितों के काम 14:25
और पिरगा में वचन सुनाकर अत्तलिया में आए।

प्रेरितों के काम 11:19
सो जो लोग उस क्लेश के मारे जो स्तिफनुस के कारण पड़ा था, तित्तर बित्तर हो गए थे, वे फिरते फिरते फीनीके और कुप्रुस और अन्ताकिया में पहुंचे; परन्तु यहूदियों को छोड़ किसी और को वचन न सुनाते थे।

प्रेरितों के काम 8:25
सो वे गवाही देकर और प्रभु का वचन सुना कर, यरूशलेम को लौट गए, और सामरियों के बहुत गावों में सुसमाचार सुनाते गए॥

लूका 12:1
इतने में जब हजारों की भीड़ लग गई, यहां तक कि एक दूसरे पर गिरे पड़ते थे, तो वह सब से पहिले अपने चेलों से कहने लगा, कि फरीसियों के कपटरूपी खमीर से चौकस रहना।

लूका 8:11
दृष्टान्त यह है; बीज तो परमेश्वर का वचन है।

लूका 8:1
इस के बाद वह नगर नगर और गांव गांव प्रचार करता हुआ, और परमेश्वर के राज्य का सुसमाचार सुनाता हुआ, फिरने लगा।

मरकुस 6:34
उस ने निकलकर बड़ी भीड़ देखी, और उन पर तरस खाया, क्योंकि वे उन भेड़ों के समान थे, जिन का कोई रखवाला न हो; और वह उन्हें बहुत सी बातें सिखाने लगा।

मरकुस 4:1
वह फिर झील के किनारे उपदेश देने लगा: और ऐसी बड़ी भीड़ उसके पास इकट्ठी हो गई, कि वह झील में एक नाव पर चढ़कर बैठ गया और सारी भीड़ भूमि पर झील के किनारे खड़ी रही।

मरकुस 1:37
जब वह मिला, तो उस से कहा; कि सब लोग तुझे ढूंढ रहे हैं।

मरकुस 1:33
और सारा नगर द्वार पर इकट्ठा हुआ।

मरकुस 1:14
यूहन्ना के पकड़वाए जाने के बाद यीशु ने गलील में आकर परमेश्वर के राज्य का सुसमाचार प्रचार किया।

मत्ती 5:2
और वह अपना मुंह खोलकर उन्हें यह उपदेश देने लगा,

भजन संहिता 40:9
मैं ने बड़ी सभा में धर्म के शुभ समाचार का प्रचार किया है; देख, मैं ने अपना मुंह बन्द नहीं किया हे यहोवा, तू इसे जानता है।

लूका 5:17
और एक दिन ऐसा हुआ कि वह उपदेश दे रहा था, और फरीसी और व्यवस्थापक वहां बैठे हुए थे, जो गलील और यहूदिया के हर एक गांव से, और यरूशलेम से आए थे; और चंगा करने के लिये प्रभु की सामर्थ उसके साथ थी।