मत्ती 23:23
हे कपटी शास्त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय; तुम पोदीने और सौंफ और जीरे का दसवां अंश देते हो, परन्तु तुम ने व्यवस्था की गम्भीर बातों को अर्थात न्याय, और दया, और विश्वास को छोड़ दिया है; चाहिये था कि इन्हें भी करते रहते, और उन्हें भी न छोड़ते।
Woe | Οὐαὶ | ouai | oo-A |
unto you, | ὑμῖν | hymin | yoo-MEEN |
scribes | γραμματεῖς | grammateis | grahm-ma-TEES |
and | καὶ | kai | kay |
Pharisees, | Φαρισαῖοι | pharisaioi | fa-ree-SAY-oo |
hypocrites! | ὑποκριταί | hypokritai | yoo-poh-kree-TAY |
for | ὅτι | hoti | OH-tee |
ye pay tithe | ἀποδεκατοῦτε | apodekatoute | ah-poh-thay-ka-TOO-tay |
τὸ | to | toh | |
mint of | ἡδύοσμον | hēdyosmon | ay-THYOO-oh-smone |
and | καὶ | kai | kay |
τὸ | to | toh | |
anise | ἄνηθον | anēthon | AH-nay-thone |
and | καὶ | kai | kay |
τὸ | to | toh | |
cummin, | κύμινον | kyminon | KYOO-mee-none |
and | καὶ | kai | kay |
have omitted | ἀφήκατε | aphēkate | ah-FAY-ka-tay |
the | τὰ | ta | ta |
weightier | βαρύτερα | barytera | va-RYOO-tay-ra |
the of matters | τοῦ | tou | too |
law, | νόμου | nomou | NOH-moo |
τὴν | tēn | tane | |
judgment, | κρίσιν | krisin | KREE-seen |
καὶ | kai | kay | |
τὸν | ton | tone | |
mercy, | ἔλεον | eleon | A-lay-one |
and | καὶ | kai | kay |
τὴν | tēn | tane | |
faith: | πίστιν· | pistin | PEE-steen |
these | ταῦτα | tauta | TAF-ta |
ought | ἔδει | edei | A-thee |
ye to have done, | ποιῆσαι | poiēsai | poo-A-say |
the not and | κἀκεῖνα | kakeina | ka-KEE-na |
to leave undone. | μὴ | mē | may |
other | ἀφιέναι | aphienai | ah-fee-A-nay |
Cross Reference
लूका 11:42
पर हे फरीसियों, तुम पर हाय ! तुम पोदीने और सुदाब का, और सब भांति के साग-पात का दसवां अंश देते हो, परन्तु न्याय को और परमेश्वर के प्रेम को टाल देते हो: चाहिए तो था कि इन्हें भी करते रहते और उन्हें भी न छोड़ते।
मीका 6:8
हे मनुष्य, वह तुझे बता चुका है कि अच्छा क्या है; और यहोवा तुझ से इसे छोड़ और क्या चाहता है, कि तू न्याय से काम करे, और कृपा से प्रीति रखे, और अपने परमेश्वर के साथ नम्रता से चले?
होशे 6:6
क्योंकि मैं बलिदान से नहीं, स्थिर प्रेम ही से प्रसन्न होता हूं, और होमबलियों से अधिक यह चाहता हूं कि लोग परमेश्वर का ज्ञान रखें॥
मत्ती 9:13
सो तुम जाकर इस का अर्थ सीख लो, कि मैं बलिदान नहीं परन्तु दया चाहता हूं; क्योंकि मैं धमिर्यों को नहीं परन्तु पापियों को बुलाने आया हूं॥
नीतिवचन 21:3
धर्म और न्याय करना, यहोवा को बलिदान से अधिक अच्छा लगता है।
1 शमूएल 15:22
शमूएल ने कहा, क्या यहोवा होमबलियों, और मेलबलियों से उतना प्रसन्न होता है, जितना कि अपनी बात के माने जाने से प्रसन्न होता है? सुन मानना तो बलि चढ़ाने और कान लगाना मेढ़ों की चर्बी से उत्तम है।
लैव्यवस्था 27:30
फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे।
गलातियों 5:22
पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज,
मत्ती 22:37
उस ने उस से कहा, तू परमेश्वर अपने प्रभु से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख।
मत्ती 12:7
यदि तुम इस का अर्थ जानते कि मैं दया से प्रसन्न हूं, बलिदान से नहीं, तो तुम निर्दोष को दोषी न ठहराते।
मत्ती 5:19
इसलिये जो कोई इन छोटी से छोटी आज्ञाओं में से किसी एक को तोड़े, और वैसा ही लोगों को सिखाए, वह स्वर्ग के राज्य में सब से छोटा कहलाएगा; परन्तु जो कोई उन का पालन करेगा और उन्हें सिखाएगा, वही स्वर्ग के राज्य में महान कहलाएगा।
यिर्मयाह 22:15
तू जो देवदार की लकड़ी का अभिलाषी है, क्या इस रीति से तेरा राज्य स्थिर रहेगा। देख, तेरा पिता न्याय और धर्म के काम करता था, और वह खाता पीता और सुख से भी रहता था!
लूका 18:12
मैं सप्ताह में दो बार उपवास करता हूं; मैं अपनी सब कमाई का दसवां अंश भी देता हूं।