नीतिवचन 11:28
जो अपने धन पर भरोसा रखता है वह गिर जाता है, परन्तु धर्मी लोग नये पत्ते की नाईं लहलहाते हैं।
He | בּוֹטֵ֣חַ | bôṭēaḥ | boh-TAY-ak |
that trusteth | בְּ֭עָשְׁרוֹ | bĕʿošrô | BEH-ohsh-roh |
in his riches | ה֣וּא | hûʾ | hoo |
shall fall: | יִפּ֑וֹל | yippôl | YEE-pole |
righteous the but | וְ֝כֶעָלֶ֗ה | wĕkeʿāle | VEH-heh-ah-LEH |
shall flourish | צַדִּיקִ֥ים | ṣaddîqîm | tsa-dee-KEEM |
as a branch. | יִפְרָֽחוּ׃ | yiprāḥû | yeef-ra-HOO |