नीतिवचन 14:35 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल नीतिवचन नीतिवचन 14 नीतिवचन 14:35

Proverbs 14:35
जो कर्मचारी बुद्धि से काम करता है उस पर राजा प्रसन्न होता है, परन्तु जो लज्जा के काम करता, उस पर वह रोष करता है॥

Proverbs 14:34Proverbs 14

Proverbs 14:35 in Other Translations

King James Version (KJV)
The king's favour is toward a wise servant: but his wrath is against him that causeth shame.

American Standard Version (ASV)
The king's favor is toward a servant that dealeth wisely; But his wrath will be `against' him that causeth shame.

Bible in Basic English (BBE)
The king has pleasure in a servant who does wisely, but his wrath is against him who is a cause of shame.

Darby English Bible (DBY)
The king's favour is toward a wise servant; but his wrath is [against] him that causeth shame.

World English Bible (WEB)
The king's favor is toward a servant who deals wisely, But his wrath is toward one who causes shame.

Young's Literal Translation (YLT)
The favour of a king `is' to a wise servant, And an object of his wrath is one causing shame!

The
king's
רְֽצוֹןrĕṣônREH-tsone
favour
מֶ֭לֶךְmelekMEH-lek
is
toward
a
wise
לְעֶ֣בֶדlĕʿebedleh-EH-ved
servant:
מַשְׂכִּ֑ילmaśkîlmahs-KEEL
wrath
his
but
וְ֝עֶבְרָת֗וֹwĕʿebrātôVEH-ev-ra-TOH
is
תִּהְיֶ֥הtihyetee-YEH
against
him
that
causeth
shame.
מֵבִֽישׁ׃mēbîšmay-VEESH

Cross Reference

मत्ती 24:45
सो वह विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास कौन है, जिसे स्वामी ने अपने नौकर चाकरों पर सरदार ठहराया, कि समय पर उन्हें भोजन दे?

नीतिवचन 22:11
जो मन की शुद्धता से प्रीति रखता है, और जिसके वचन मनोहर होते हैं, राजा उसका मित्र होता है।

लूका 12:42
प्रभु ने कहा; वह विश्वासयोग्य और बुद्धिमान भण्डारी कौन है, जिस का स्वामी उसे नौकर चाकरों पर सरदार ठहराए कि उन्हें समय पर सीधा दे।

मत्ती 25:23
उसके स्वामी ने उस से कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।

मत्ती 25:21
उसके स्वामी ने उससे कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा; मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।

नीतिवचन 29:12
जब हाकिम झूठी बात की ओर कान लगाता है, तब उसके सब सेवक दुष्ट हो जाते हैं।

नीतिवचन 25:5
राजा के साम्हने से दुष्ट को निकाल देने पर उसकी गद्दी धर्म के कारण स्थिर होगी।

नीतिवचन 20:26
बुद्धिमान राजा दुष्टों को फटकता है, ओर उन पर दावने का पहिया चलवाता है।

नीतिवचन 20:8
राजा जो न्याय के सिंहासन पर बैठा करता है, वह अपनी दृष्टि ही से सब बुराई को उड़ा देता है।

नीतिवचन 19:26
जो पुत्र अपने बाप को उजाड़ता, और अपनी मां को भगा देता है, वह अपमान और लज्जा का कारण होगा।

नीतिवचन 19:12
राजा का क्रोध सिंह की गरजन के समान है, परन्तु उसकी प्रसन्नता घास पर की ओस के तुल्य होती है।

नीतिवचन 17:2
बुद्धि से चलने वाला दास अपने स्वामी के उस पुत्र पर जो लज्जा का कारण होता है प्रभुता करेगा, और उस पुत्र के भाइयों के बीच भागी होगा।

नीतिवचन 10:5
जो बेटा धूपकाल में बटोरता है वह बुद्धि से काम करने वाला है, परन्तु जो बेटा कटनी के समय भारी नींद में पड़ा रहता है, वह लज्जा का कारण होता है।

भजन संहिता 101:4
टेढ़ा स्वभाव मुझ से दूर रहेगा; मैं बुराई को जानूंगा भी नहीं॥