नीतिवचन 24:12
यदि तू कहे, कि देख मैं इस को जानता न था, तो क्या मन का जांचने वाला इसे नहीं समझता? और क्या तेरे प्राणों का रक्षक इसे नहीं जानता? और क्या वह हर एक मनुष्य के काम का फल उसे न देगा?
If | כִּֽי | kî | kee |
thou sayest, | תֹאמַ֗ר | tōʾmar | toh-MAHR |
Behold, | הֵן֮ | hēn | hane |
we knew | לֹא | lōʾ | loh |
it | יָדַ֪עְנ֫וּ | yādaʿnû | ya-DA-NOO |
not; | זֶ֥ה | ze | zeh |
not doth | הֲֽלֹא | hălōʾ | HUH-loh |
he that pondereth | תֹ֘כֵ֤ן | tōkēn | TOH-HANE |
the heart | לִבּ֨וֹת׀ | libbôt | LEE-bote |
consider | הֽוּא | hûʾ | hoo |
keepeth that he and it? | יָבִ֗ין | yābîn | ya-VEEN |
thy soul, | וְנֹצֵ֣ר | wĕnōṣēr | veh-noh-TSARE |
he not doth | נַ֭פְשְׁךָ | napšĕkā | NAHF-sheh-ha |
know | ה֣וּא | hûʾ | hoo |
render he not shall and it? | יֵדָ֑ע | yēdāʿ | yay-DA |
man every to | וְהֵשִׁ֖יב | wĕhēšîb | veh-hay-SHEEV |
according to his works? | לְאָדָ֣ם | lĕʾādām | leh-ah-DAHM |
כְּפָעֳלֽוֹ׃ | kĕpāʿŏlô | keh-fa-oh-LOH |