नीतिवचन 25:7
क्योंकि जिस प्रधान का तू ने दर्शन किया हो उसके साम्हने तेरा अपमान न हो, वरन तुझ से यह कहा जाए, आगे बढ़ कर विराज॥
For | כִּ֤י | kî | kee |
better | ט֥וֹב | ṭôb | tove |
said be it that is it | אֲמָר | ʾămār | uh-MAHR |
up Come thee, unto | לְךָ֗ | lĕkā | leh-HA |
hither; | עֲֽלֵ֫ה | ʿălē | uh-LAY |
lower put be shouldest thou that than | הֵ֥נָּה | hēnnâ | HAY-na |
in the presence | מֵֽ֭הַשְׁפִּ֣ילְךָ | mēhašpîlĕkā | MAY-hahsh-PEE-leh-ha |
prince the of | לִפְנֵ֣י | lipnê | leef-NAY |
whom | נָדִ֑יב | nādîb | na-DEEV |
thine eyes | אֲשֶׁ֖ר | ʾăšer | uh-SHER |
have seen. | רָא֣וּ | rāʾû | ra-OO |
עֵינֶֽיךָ׃ | ʿênêkā | ay-NAY-ha |