भजन संहिता 101:2
मैं बुद्धिमानी से खरे मार्ग में चलूंगा। तू मेरे पास कब आएगा! मैं अपने घर में मन की खराई के साथ अपनी चाल चलूंगा;
I will behave myself wisely | אַשְׂכִּ֤ילָה׀ | ʾaśkîlâ | as-KEE-la |
perfect a in | בְּדֶ֬רֶךְ | bĕderek | beh-DEH-rek |
way. | תָּמִ֗ים | tāmîm | ta-MEEM |
O when | מָ֭תַי | mātay | MA-tai |
come thou wilt | תָּב֣וֹא | tābôʾ | ta-VOH |
unto | אֵלָ֑י | ʾēlāy | ay-LAI |
me? I will walk | אֶתְהַלֵּ֥ךְ | ʾethallēk | et-ha-LAKE |
within | בְּתָם | bĕtām | beh-TAHM |
my house | לְ֝בָבִ֗י | lĕbābî | LEH-va-VEE |
with a perfect | בְּקֶ֣רֶב | bĕqereb | beh-KEH-rev |
heart. | בֵּיתִֽי׃ | bêtî | bay-TEE |