Psalm 31:22
मैं ने तो घबराकर कहा था कि मैं यहोवा की दृष्टि से दूर हो गया। तौभी जब मैं ने तेरी दोहाई दी, तब तू ने मेरी गिड़गिड़ाहट को सुन लिया॥
Psalm 31:22 in Other Translations
King James Version (KJV)
For I said in my haste, I am cut off from before thine eyes: nevertheless thou heardest the voice of my supplications when I cried unto thee.
American Standard Version (ASV)
As for me, I said in my haste, I am cut off from before thine eyes: Nevertheless thou heardest the voice of my supplications When I cried unto thee.
Bible in Basic English (BBE)
And as for me, I said in my fear, I am cut off from before your eyes; but you gave ear to the voice of my prayer, when my cry went up to you.
Darby English Bible (DBY)
As for me, I said in my haste, I am cut off from before thine eyes; nevertheless thou heardest the voice of my supplications when I cried unto thee.
Webster's Bible (WBT)
Blessed be the LORD: for he hath showed me his wonderful kindness in a strong city.
World English Bible (WEB)
As for me, I said in my haste, "I am cut off from before your eyes." Nevertheless you heard the voice of my petitions when I cried to you.
Young's Literal Translation (YLT)
And I -- I have said in my haste, `I have been cut off from before Thine eyes,' But Thou hast heard the voice of my supplications, In my crying unto Thee.
| For I | וַאֲנִ֤י׀ | waʾănî | va-uh-NEE |
| said | אָ֘מַ֤רְתִּי | ʾāmartî | AH-MAHR-tee |
| in my haste, | בְחָפְזִ֗י | bĕḥopzî | veh-hofe-ZEE |
| off cut am I | נִגְרַזְתִּי֮ | nigraztiy | neeɡ-rahz-TEE |
| from before | מִנֶּ֪גֶד | minneged | mee-NEH-ɡed |
| eyes: thine | עֵ֫ינֶ֥יךָ | ʿênêkā | A-NAY-ha |
| nevertheless | אָכֵ֗ן | ʾākēn | ah-HANE |
| thou heardest | שָׁ֭מַעְתָּ | šāmaʿtā | SHA-ma-ta |
| the voice | ק֥וֹל | qôl | kole |
| supplications my of | תַּחֲנוּנַ֗י | taḥănûnay | ta-huh-noo-NAI |
| when I cried | בְּשַׁוְּעִ֥י | bĕšawwĕʿî | beh-sha-weh-EE |
| unto | אֵלֶֽיךָ׃ | ʾēlêkā | ay-LAY-ha |
Cross Reference
भजन संहिता 116:11
मैं ने उतावली से कहा, कि सब मनुष्य झूठे हैं॥
योना 2:4
तब मैं ने कहा, मैं तेरे साम्हने से निकाल दिया गया हूं; तौभी तेरे पवित्र मन्दिर की ओर फिर ताकूंगा।
इब्रानियों 5:7
उस ने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊंचे शब्द से पुकार पुकार कर, और आंसू बहा बहा कर उस से जो उस को मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थनाएं और बिनती की और भक्ति के कारण उस की सुनी गई।
योना 2:7
जब मैं मूर्छा खाने लगा, तब मैं ने यहोवा को स्मरण किया; और मेरी प्रार्थना तेरे पास वरन तेरे पवित्र मन्दिर में पहुंच गई।
यहेजकेल 37:11
फिर उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, ये हड्डियां इस्राएल के सारे घराने की उपमा हैं। वे कहत हैं, हमारी हड्डियां सूख गई, और हमारी आशा जाती रही; हम पूरी रीति से कट चुके हैं।
विलापगीत 3:54
मेरे सिर पर से जल बह गया, मैं ने कहा, मैं अब नाश हो गया।
यशायाह 49:14
परन्तु सिय्योन ने कहा, यहोवा ने मुझे त्याग दिया है, मेरा प्रभु मुझे भूल गया है।
यशायाह 38:10
मैं ने कहा, अपनी आयु के बीच ही मैं अधोलोक के फाटकों में प्रवेश करूंगा; क्योंकि मेरी शेष आयु हर ली गई है।
यशायाह 6:5
तब मैं ने कहा, हाय! हाय! मैं नाश हूआ; क्योंकि मैं अशुद्ध होंठ वाला मनुष्य हूं, और अशुद्ध होंठ वाले मनुष्यों के बीच में रहता हूं; क्योंकि मैं ने सेनाओं के यहोवा महाराजाधिराज को अपनी आंखों से देखा है!
भजन संहिता 88:16
तेरा क्रोध मुझ पर पड़ा है; उस भय से मैं मिट गया हूं।
भजन संहिता 31:17
हे यहोवा, मुझे लज्जित न होने दे क्योंकि मैं ने तुझ को पुकारा है; दुष्ट लज्जित हों और वे पाताल में चुपचाप पड़े रहें।
भजन संहिता 6:9
यहोवा ने मेरा गिड़गिड़ाना सुना है; यहोवा मेरी प्रार्थना को ग्रहण भी करेगा।
अय्यूब 35:14
तो तू क्यों कहता है, कि वह मुझे दर्शन नहीं देता, कि यह मुक़द्दमा उसके साम्हने है, और तू उसकी बाट जोहता हुआ ठहरा है?
2 इतिहास 33:11
तब यहोवा ने उन पर अश्शूर के सेनापतियों से चढ़ाई कराई, और ये मनश्शे को नकेल डाल कर, और पीतल की बेडिय़ां जकड़ कर, उसे बाबेल को ले गए।
1 शमूएल 27:1
और दाऊद सोचने लगा, अब मैं किसी न किसी दिन शाऊल के हाथ से नाश हो जाऊंगा; अब मेरे लिये उत्तम यह है कि मैं पलिश्तियों के देश में भाग जाऊं; तब शाऊल मेरे विषय निराश होगा, और मुझे इस्राएल के देश के किसी भाग में फिर न ढूढ़ेगा, यों मैं उसके हाथ से बच निकलूंगा।
1 शमूएल 23:26
शाऊल तो पहाड़ की एक ओर, और दाऊद अपेन जनों समेत पहाड़ की दूसरी ओर जा रहा था; और दाऊद शाऊल के डर के मारे जल्दी जा रहा था, और शाऊल अपने जनों समेत दाऊद और उसके जनों को पकड़ने के लिये घेरा बनाना चाहता था,