भजन संहिता 31:8
और तू ने मुझे शत्रु के हाथ में पड़ने नहीं दिया; तू ने मेरे पांवों को चौड़े स्थान में खड़ा किया है॥
And hast not | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
up me shut | הִ֭סְגַּרְתַּנִי | hisgartanî | HEES-ɡahr-ta-nee |
into the hand | בְּיַד | bĕyad | beh-YAHD |
enemy: the of | אוֹיֵ֑ב | ʾôyēb | oh-YAVE |
thou hast set | הֶֽעֱמַ֖דְתָּ | heʿĕmadtā | heh-ay-MAHD-ta |
feet my | בַמֶּרְחָ֣ב | bammerḥāb | va-mer-HAHV |
in a large room. | רַגְלָֽי׃ | raglāy | rahɡ-LAI |