भजन संहिता 40:5
हे मेरे परमेश्वर यहोवा, तू ने बहुत से काम किए हैं! जो आश्चर्यकर्म और कल्पनाएं तू हमारे लिये करता है वह बहुत सी हैं; तेरे तुल्य कोई नहीं! मैं तो चाहता हूं की खोलकर उनकी चर्चा करूं, परन्तु उनकी गिनती नहीं हो सकती॥
Many, | רַבּ֤וֹת | rabbôt | RA-bote |
O Lord | עָשִׂ֨יתָ׀ | ʿāśîtā | ah-SEE-ta |
my God, | אַתָּ֤ה׀ | ʾattâ | ah-TA |
works wonderful thy are | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
which thou | אֱלֹהַי֮ | ʾĕlōhay | ay-loh-HA |
done, hast | נִֽפְלְאֹתֶ֥יךָ | nipĕlʾōtêkā | nee-fel-oh-TAY-ha |
and thy thoughts | וּמַחְשְׁבֹתֶ֗יךָ | ûmaḥšĕbōtêkā | oo-mahk-sheh-voh-TAY-ha |
to are which | אֵ֫לֵ֥ינוּ | ʾēlênû | A-LAY-noo |
us-ward: they cannot | אֵ֤ין׀ | ʾên | ane |
order in up reckoned be | עֲרֹ֬ךְ | ʿărōk | uh-ROKE |
unto thee: | אֵלֶ֗יךָ | ʾēlêkā | ay-LAY-ha |
if I would declare | אַגִּ֥ידָה | ʾaggîdâ | ah-ɡEE-da |
speak and | וַאֲדַבֵּ֑רָה | waʾădabbērâ | va-uh-da-BAY-ra |
more are they them, of | עָ֝צְמ֗וּ | ʿāṣĕmû | AH-tseh-MOO |
than can be numbered. | מִסַּפֵּֽר׃ | missappēr | mee-sa-PARE |