भजन संहिता 52:2
तेरी जीभ केवल दुष्टता गढ़ती है; सान धरे हुए अस्तुरे की नाईं वह छल का काम करती है।
Thy tongue | הַ֭וּוֹת | hawwôt | HA-wote |
deviseth | תַּחְשֹׁ֣ב | taḥšōb | tahk-SHOVE |
mischiefs; | לְשׁוֹנֶ֑ךָ | lĕšônekā | leh-shoh-NEH-ha |
sharp a like | כְּתַ֥עַר | kĕtaʿar | keh-TA-ar |
razor, | מְ֝לֻטָּ֗שׁ | mĕluṭṭāš | MEH-loo-TAHSH |
working | עֹשֵׂ֥ה | ʿōśē | oh-SAY |
deceitfully. | רְמִיָּֽה׃ | rĕmiyyâ | reh-mee-YA |