भजन संहिता 57:1
हे परमेश्वर, मुझ पर अनुग्रह कर, मुझ पर अनुग्रह कर, क्योंकि मैं तेरा शरणागत हूं; और जब तक ये आपत्तियां निकल न जाएं, तब तक मैं तेरे पंखों के तले शरण लिए रहूंगा।
Be merciful | חָנֵּ֤נִי | ḥonnēnî | hoh-NAY-nee |
unto me, O God, | אֱלֹהִ֨ים׀ | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
be merciful | חָנֵּ֗נִי | ḥonnēnî | hoh-NAY-nee |
for me: unto | כִּ֥י | kî | kee |
my soul | בְךָ֮ | bĕkā | veh-HA |
trusteth | חָסָ֪יָה | ḥāsāyâ | ha-SA-ya |
shadow the in yea, thee: in | נַ֫פְשִׁ֥י | napšî | NAHF-SHEE |
of thy wings | וּבְצֵֽל | ûbĕṣēl | oo-veh-TSALE |
refuge, my make I will | כְּנָפֶ֥יךָ | kĕnāpêkā | keh-na-FAY-ha |
until | אֶחְסֶ֑ה | ʾeḥse | ek-SEH |
these calamities | עַ֝֗ד | ʿad | ad |
be overpast. | יַעֲבֹ֥ר | yaʿăbōr | ya-uh-VORE |
הַוּֽוֹת׃ | hawwôt | ha-wote |