Psalm 57:4
मेरा प्राण सिंहों के बीच में है, मुझे जलते हुओं के बीच में लेटना पड़ता है, अर्थात ऐसे मनुष्यों के बीच में जिन के दांत बर्छी और तीर हैं, और जिनकी जीभ तेज तलवार है॥
Psalm 57:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
My soul is among lions: and I lie even among them that are set on fire, even the sons of men, whose teeth are spears and arrows, and their tongue a sharp sword.
American Standard Version (ASV)
My soul is among lions; I lie among them that are set on fire, Even the sons of men, whose teeth are spears and arrows, And their tongue a sharp sword.
Bible in Basic English (BBE)
My soul is among lions; I am stretched out among those who are on fire, even the sons of men, whose teeth are spears and arrows, and whose tongue is a sharp sword.
Darby English Bible (DBY)
My soul is in the midst of lions; I lie down [among] them that breathe out flames, the sons of men, whose teeth are spears and arrows, and their tongue a sharp sword.
Webster's Bible (WBT)
He shall send from heaven, and save me from the reproach of him that would swallow me up. Selah. God shall send forth his mercy and his truth.
World English Bible (WEB)
My soul is among lions. I lie among those who are set on fire, Even the sons of men, whose teeth are spears and arrows, And their tongue a sharp sword.
Young's Literal Translation (YLT)
My soul `is' in the midst of lions, I lie down `among' flames -- sons of men, Their teeth `are' a spear and arrows, And their tongue a sharp sword.
| My soul | נַפְשִׁ֤י׀ | napšî | nahf-SHEE |
| is among | בְּת֥וֹךְ | bĕtôk | beh-TOKE |
| lions: | לְבָאִם֮ | lĕbāʾim | leh-va-EEM |
| lie I and | אֶשְׁכְּבָ֪ה | ʾeškĕbâ | esh-keh-VA |
| fire, on set are that them among even | לֹ֫הֲטִ֥ים | lōhăṭîm | LOH-huh-TEEM |
| sons the even | בְּֽנֵי | bĕnê | BEH-nay |
| of men, | אָדָ֗ם | ʾādām | ah-DAHM |
| whose teeth | שִׁ֭נֵּיהֶם | šinnêhem | SHEE-nay-hem |
| are spears | חֲנִ֣ית | ḥănît | huh-NEET |
| arrows, and | וְחִצִּ֑ים | wĕḥiṣṣîm | veh-hee-TSEEM |
| and their tongue | וּ֝לְשׁוֹנָ֗ם | ûlĕšônām | OO-leh-shoh-NAHM |
| a sharp | חֶ֣רֶב | ḥereb | HEH-rev |
| sword. | חַדָּֽה׃ | ḥaddâ | ha-DA |
Cross Reference
भजन संहिता 58:6
हे परमेश्वर, उनके मुंह में से दांतों को तोड़ दे; हे यहोवा उन जवान सिंहों की दाढ़ों को उखाड़ डाल!
भजन संहिता 55:21
उसके मुंह की बातें तो मक्खन सी चिकनी थी परन्तु उसके मन में लड़ाई की बातें थीं; उसके वचन तेल से अधिक नरम तो थे परन्तु नंगी तलवारें थीं॥
नीतिवचन 30:14
एक पीढ़ी के लोग ऐसे हैं, जिनके दांत तलवार और उनकी दाढ़ें छुरियां हैं, जिन से वे दीन लोगों को पृथ्वी पर से, और दरिद्रों को मनुष्यों में से मिटा डालें॥
नीतिवचन 12:18
ऐसे लोग हैं जिनका बिना सोच विचार का बोलना तलवार की नाईं चुभता है, परन्तु बुद्धिमान के बोलने से लोग चंगे होते हैं।
भजन संहिता 64:3
उन्होंने अपनी जीभ को तलवार की नाईं तेज किया है, और अपने कड़वे वचनों के तीरों को चढ़ाया है;
भजन संहिता 35:17
हे प्रभु तू कब तक देखता रहेगा? इस विपत्ति से, जिस में उन्होंने मुझे डाला है मुझ को छुड़ा! जवान सिंहों से मेरे प्राण को बचा ले!
भजन संहिता 52:2
तेरी जीभ केवल दुष्टता गढ़ती है; सान धरे हुए अस्तुरे की नाईं वह छल का काम करती है।
प्रकाशित वाक्य 19:15
और जाति जाति को मारने के लिये उसके मुंह से एक चोखी तलवार निकलती है, और वह लोहे का राजदण्ड लिए हुए उन पर राज्य करेगा, और वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर के भयानक प्रकोप की जलजलाहट की मदिरा के कुंड में दाख रौंदेगा।
याकूब 3:6
जीभ भी एक आग है: जीभ हमारे अंगों में अधर्म का एक लोक है और सारी देह पर कलंक लगाती है, और भवचक्र में आग लगा देती है और नरक कुण्ड की आग से जलती रहती है।
यूहन्ना 4:10
यीशु ने उत्तर दिया, यदि तू परमेश्वर के वरदान को जानती, और यह भी जानती कि वह कौन है जो तुझ से कहता है; मुझे पानी पिला तो तू उस से मांगती, और वह तुझे जीवन का जल देता।
दानिय्येल 6:22
मेरे परमेश्वर ने अपना दूत भेज कर सिंहों के मुंह को ऐसा बन्द कर रखा कि उन्होंने मेरी कुछ भी हानि नहीं की; इसका कारण यह है, कि मैं उसके साम्हने निर्दोष पाया गया; और हे राजा, तेरे सम्मुख भी मैं ने कोई भूल नहीं की।
नीतिवचन 28:15
कंगाल प्रजा पर प्रभुता करने वाला दुष्ट गरजने वाले सिंह और घूमने वाले रीछ के समान है।
नीतिवचन 25:18
जो किसी के विरूद्ध झूठी साक्षी देता है, वह मानो हथौड़ा और तलवार और पैना तीर है।
भजन संहिता 59:7
उनके मुंह के भीतर तलवारें हैं, क्योंकि वे कहते हैं, कौन सुनता है?
भजन संहिता 22:13
वह फाड़ने और गरजने वाले सिंह की नाईं मुझ पर अपना मुंह पसारे हुए है॥
भजन संहिता 17:12
वह उस सिंह की नाईं है जो अपने शिकार की लालसा करता है, और जवान सिंह की नाईं घात लगाने के स्थानों में बैठा रहता है॥
भजन संहिता 10:9
जैसा सिंह अपनी झाड़ी में वैसा ही वह भी छिपकर घात में बैठा करता है; वह दीन को पकड़ने के लिये घात लगाए रहता है, वह दीन को अपने जाल में फंसाकर घसीट लाता है, तब उसे पकड़ लेता है।
न्यायियों 9:20
और नहीं, तो अबीमेलेक से ऐसी आग निकले जिस से शकेम के मनुष्य और बेतमिल्लो भस्म हो जाएं: शकेम के मनुष्यों और बेतमिल्लो से ऐसी आग निकले जिस से अबीमेलेक भस्म हो जाए।