Psalm 83:14
उस आग की नाईं जो वन को भस्म करती है, और उस लौ की नाईं जो पहाड़ों को जला देती है,
Psalm 83:14 in Other Translations
King James Version (KJV)
As the fire burneth a wood, and as the flame setteth the mountains on fire;
American Standard Version (ASV)
As the fire that burneth the forest, And as the flame that setteth the mountains on fire,
Bible in Basic English (BBE)
As fire burning a wood, and as a flame causing fire on the mountains,
Darby English Bible (DBY)
As fire burneth a forest, and as the flame setteth the mountains on fire,
Webster's Bible (WBT)
O my God, make them like a wheel; as the stubble before the wind.
World English Bible (WEB)
As the fire that burns the forest, As the flame that sets the mountains on fire,
Young's Literal Translation (YLT)
As a fire doth burn a forest, And as a flame setteth hills on fire,
| As the fire | כְּאֵ֥שׁ | kĕʾēš | keh-AYSH |
| burneth | תִּבְעַר | tibʿar | teev-AR |
| a wood, | יָ֑עַר | yāʿar | YA-ar |
| flame the as and | וּ֝כְלֶהָבָ֗ה | ûkĕlehābâ | OO-heh-leh-ha-VA |
| setteth | תְּלַהֵ֥ט | tĕlahēṭ | teh-la-HATE |
| the mountains | הָרִֽים׃ | hārîm | ha-REEM |
Cross Reference
व्यवस्थाविवरण 32:22
क्योंकि मेरे कोप की आग भड़क उठी है, जो पाताल की तह तक जलती जाएगी, और पृथ्वी अपनी उपज समेत भस्म हो जाएगी, और पहाड़ों की नेवों में भी आग लगा देगी॥
यशायाह 9:18
क्योंकि दुष्टता आग की नाईं धधकती है, वह ऊंटकटारों और कांटों को भस्म करती है, वरन वह घने वन की झाड़ियों में आग लगाती है और वह धुंआ में चकरा चकराकर ऊपर की ओर उठती है।
यशायाह 30:33
बहुत काल से तोपेत तैयार किया गया है, वह राजा ही के लिये ठहराया गया है, वह लम्बा चौड़ा और गहिरा भी बनाया गया है, वहां की चिता में आग और बहुत सी लकड़ी हैं; यहोवा की सांस जलती हुई गन्धक की धारा की नाईं उसको सुलगाएगी॥
यशायाह 33:11
तुम में सूखी घास का गर्भ रहेगा, तुम से भूसी उत्पन्न होगी; तुम्हारी सांस आग है जो तुम्हें भस्म करेगी।
यशायाह 64:1
भला हो कि तू आकाश को फाड़कर उतर आए और पहाड़ तेरे साम्हने कांप उठे।
यहेजकेल 20:47
और दक्खिन देश के वन से कह, यहोवा का यह वचन सुन, प्रभु यहोवा यों कहता है, मैं तुझ में आग लगाऊंगा, और तुझ में क्या हरे, क्या सूखे, जितने पेड़ हैं, सब को वह भस्म करेगी; उसकी धधकती ज्वाला न बुझेगी, और उसके कारण दक्खिन से उत्तर तक सब के मुख झुलस जाएंगे।
नहूम 1:6
उसके क्रोध का साम्हना कौन कर सकता है? और जब उसका क्रोध भड़कता है, तब कौन ठहर सकता है? उसकी जलजलाहट आग की नाईं भड़क जाती है, और चट्टानें उसकी शक्ति से फट फटकर गिरती हैं।
नहूम 1:10
क्योंकि चाहे वे कांटों से उलझे हुए हों, और मदिरा के नशे में चूर भी हों, तौभी वे सूखी खूंटी की नाईं भस्म किए जाएंगे।
मलाकी 4:1
क्योंकि देखो, वह धधकते भट्ठे का सा दिन आता है, जब सब अभिमानी और सब दुराचारी लोग अनाज की खूंटी बन जाएंगे; और उस आने वाले दिन में वे ऐसे भस्म हो जाएंगे कि उनका पता तक न रहेगा, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।