भजन संहिता 92:7
कि दुष्ट जो घास की नाईं फूलते- फलते हैं, और सब अनर्थकारी जो प्रफुल्लित होते हैं, यह इसलिये होता है, कि वे सर्वदा के लिये नाश हो जाएं,
When the wicked | בִּפְרֹ֤חַ | biprōaḥ | beef-ROH-ak |
spring | רְשָׁעִ֨ים׀ | rĕšāʿîm | reh-sha-EEM |
as | כְּמ֥וֹ | kĕmô | keh-MOH |
grass, the | עֵ֗שֶׂב | ʿēśeb | A-sev |
and when all | וַ֭יָּצִיצוּ | wayyāṣîṣû | VA-ya-tsee-tsoo |
the workers | כָּל | kāl | kahl |
iniquity of | פֹּ֣עֲלֵי | pōʿălê | POH-uh-lay |
do flourish; | אָ֑וֶן | ʾāwen | AH-ven |
destroyed be shall they that is it | לְהִשָּֽׁמְדָ֥ם | lĕhiššāmĕdām | leh-hee-sha-meh-DAHM |
for ever: | עֲדֵי | ʿădê | uh-DAY |
עַֽד׃ | ʿad | ad |