Base Word | |
יָקַד | |
Short Definition | to burn |
Long Definition | to burn, kindle, be kindled |
Derivation | a primitive root |
International Phonetic Alphabet | jɔːˈk’ɑd̪ |
IPA mod | jɑːˈkɑd |
Syllable | yāqad |
Diction | yaw-KAHD |
Diction Mod | ya-KAHD |
Usage | (be) burn(-ing), × from the hearth, kindle |
Part of speech | v |
लैव्यवस्था 6:9
हारून और उसके पुत्रों को आज्ञा देकर यह कह, कि होमबलि की व्यवस्था यह है; अर्थात होमबलि ईधन के ऊपर रात भर भोर तब वेदी पर पड़ा रहे, और वेदी की अग्नि वेदी पर जलती रहे।
लैव्यवस्था 6:12
और वेदी पर अग्नि जलती रहे, और कभी बुझने न पाए; और याजक भोर भोर उस पर लकडिय़ां जलाकर होमबलि के टुकड़ों को उसके ऊपर सजाकर धर दे, और उसके ऊपर मेलबलियों की चरबी को जलाया करे।
लैव्यवस्था 6:13
वेदी पर आग लगातार जलती रहे; वह कभी बुझने न पाए॥
व्यवस्थाविवरण 32:22
क्योंकि मेरे कोप की आग भड़क उठी है, जो पाताल की तह तक जलती जाएगी, और पृथ्वी अपनी उपज समेत भस्म हो जाएगी, और पहाड़ों की नेवों में भी आग लगा देगी॥
यशायाह 10:16
इस कारण प्रभु अर्थात सेनाओं का प्रभु उस राजा के हृष्टपुष्ट योद्धाओं को दुबला कर देगा, और उसके ऐश्वर्य के नीचे आग की सी जलन होगी।
यशायाह 30:14
और कुम्हार के बर्तन की नाईं फूट कर ऐसा चकनाचूर होगा कि उसके टुकड़ों का एक ठीकरा भी न मिलेगा जिस से अंगेठी में से आग ली जाए वा हौद में से जल निकाला जाए॥
यशायाह 65:5
जो कहते हैं, हट जा, मेरे निकट मत आ, क्योंकि मैं तुझ से पवित्र हूं। ये मेरी नाक में धूंएं व उस आग के समान हैं जो दिन भर जलती रहती है।
यिर्मयाह 15:14
मैं ऐसा करूंगा कि वह शत्रुओं के हाथ ऐसे देश में चला जाएगा जिसे तू नहीं जानती है, क्योंकि मेरे क्रोध की आग भड़क उठी है, और वह तुम को जलाएगी।
यिर्मयाह 17:4
तू अपने ही दोष के कारण अपने उस भाग का अधिकारी न रहने पाएगा जो मैं ने तुझे दिया है, और मैं ऐसा करूंगा कि तू अनजाने देश में अपने शत्रुओं की सेवा करेगा, क्योंकि तू ने मेरे क्रोध की आग ऐसी भड़काई जो सर्वदा जलती रहेगी।
Occurences : 9
எபிரேய எழுத்துக்கள் Hebrew Letters in Tamilஎபிரேய உயிரெழுத்துக்கள் Hebrew Vowels in TamilHebrew Short Vowels in Tamil எபிரேய குறில் உயிரெழுத்துக்கள்Hebrew Long Vowels in Tamil எபிரேய நெடில் உயிரெழுத்துக்கள்