जकर्याह 10:2
क्योंकि गृहदेवता अनर्थ बात कहते और भावी कहने वाले झूठा दर्शन देखते और झूठे स्वपन सुनाते, और व्यर्थ शान्ति देते हैं। इस कारण लोग भेड़-बकरियों की नाईं भटक गए; और चरवाहे न होने के कारण दुर्दशा में पड़े हैं॥
For | כִּ֧י | kî | kee |
the idols | הַתְּרָפִ֣ים | hattĕrāpîm | ha-teh-ra-FEEM |
have spoken | דִּבְּרוּ | dibbĕrû | dee-beh-ROO |
vanity, | אָ֗וֶן | ʾāwen | AH-ven |
and the diviners | וְהַקּֽוֹסְמִים֙ | wĕhaqqôsĕmîm | veh-ha-koh-seh-MEEM |
seen have | חָ֣זוּ | ḥāzû | HA-zoo |
a lie, | שֶׁ֔קֶר | šeqer | SHEH-ker |
and have told | וַֽחֲלֹמוֹת֙ | waḥălōmôt | va-huh-loh-MOTE |
false | הַשָּׁ֣וא | haššāw | ha-SHAHV |
dreams; | יְדַבֵּ֔רוּ | yĕdabbērû | yeh-da-BAY-roo |
comfort they | הֶ֖בֶל | hebel | HEH-vel |
in vain: | יְנַֽחֵמ֑וּן | yĕnaḥēmûn | yeh-na-hay-MOON |
therefore | עַל | ʿal | al |
כֵּן֙ | kēn | kane | |
way their went they | נָסְע֣וּ | nosʿû | nose-OO |
as | כְמוֹ | kĕmô | heh-MOH |
flock, a | צֹ֔אן | ṣōn | tsone |
they were troubled, | יַעֲנ֖וּ | yaʿănû | ya-uh-NOO |
because | כִּֽי | kî | kee |
there was no | אֵ֥ין | ʾên | ane |
shepherd. | רֹעֶֽה׃ | rōʿe | roh-EH |