Hosea 2:15
और वहीं मैं उसको दाख की बारियां दूंगा, और आकोर की तराई को आशा का द्वार कर दूंगा और वहां वह मुझ से ऐसी बातें कहेगी जैसी अपनी जवानी के दिनों में अर्थात मिस्र देश से चले आने के समय कहती थी।
And I will give | וְנָתַ֨תִּי | wĕnātattî | veh-na-TA-tee |
her | לָ֤הּ | lāh | la |
her vineyards | אֶת | ʾet | et |
from thence, | כְּרָמֶ֙יהָ֙ | kĕrāmêhā | keh-ra-MAY-HA |
valley the and | מִשָּׁ֔ם | miššām | mee-SHAHM |
of Achor | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
door a for | עֵ֥מֶק | ʿēmeq | A-mek |
of hope: | עָכ֖וֹר | ʿākôr | ah-HORE |
sing shall she and | לְפֶ֣תַח | lĕpetaḥ | leh-FEH-tahk |
there, | תִּקְוָ֑ה | tiqwâ | teek-VA |
days the in as | וְעָ֤נְתָה | wĕʿānĕtâ | veh-AH-neh-ta |
of her youth, | שָּׁ֙מָּה֙ | šāmmāh | SHA-MA |
day the in as and | כִּימֵ֣י | kîmê | kee-MAY |
when she came up | נְעוּרֶ֔יהָ | nĕʿûrêhā | neh-oo-RAY-ha |
land the of out | וִּכְי֖וֹם | ûikyôm | oo-eek-YOME |
of Egypt. | עֲלוֹתָ֥הּ | ʿălôtāh | uh-loh-TA |
מֵאֶֽרֶץ | mēʾereṣ | may-EH-rets | |
מִצְרָֽיִם׃ | miṣrāyim | meets-RA-yeem |