Isaiah 54:4
मत डर, क्योंकि तेरी आशा फिर नहीं टूटेगी; मत घबरा, क्योंकि तू फिर लज्जित न होगी और तुझ पर सियाही न छाएगी; क्योंकि तू अपनी जवानी की लज्जा भूल जाएगी, और, अपने विधवापन की नामधराई को फिर स्मरण न करेगी।
Fear | אַל | ʾal | al |
not; | תִּֽירְאִי֙ | tîrĕʾiy | tee-reh-EE |
for | כִּי | kî | kee |
not shalt thou | לֹ֣א | lōʾ | loh |
be ashamed: | תֵב֔וֹשִׁי | tēbôšî | tay-VOH-shee |
neither | וְאַל | wĕʾal | veh-AL |
confounded; thou be | תִּכָּלְמִ֖י | tikkolmî | tee-kole-MEE |
for | כִּ֣י | kî | kee |
thou shalt not | לֹ֣א | lōʾ | loh |
be put to shame: | תַחְפִּ֑ירִי | taḥpîrî | tahk-PEE-ree |
for | כִּ֣י | kî | kee |
thou shalt forget | בֹ֤שֶׁת | bōšet | VOH-shet |
the shame | עֲלוּמַ֙יִךְ֙ | ʿălûmayik | uh-loo-MA-yeek |
of thy youth, | תִּשְׁכָּ֔חִי | tiškāḥî | teesh-KA-hee |
not shalt and | וְחֶרְפַּ֥ת | wĕḥerpat | veh-her-PAHT |
remember | אַלְמְנוּתַ֖יִךְ | ʾalmĕnûtayik | al-meh-noo-TA-yeek |
the reproach | לֹ֥א | lōʾ | loh |
of thy widowhood | תִזְכְּרִי | tizkĕrî | teez-keh-REE |
any more. | עֽוֹד׃ | ʿôd | ode |