Isaiah 58:2 in Hindi

Hindi Hindi Bible Isaiah Isaiah 58 Isaiah 58:2

Isaiah 58:2
वे प्रति दिन मेरे पास आते और मेरी गति बूझने की इच्छा ऐसी रखते हैं मानो वे धर्मी लोगे हैं जिन्होंने अपने परमेश्वर के नियमों को नहीं टाला; वे मुझ से धर्म के नियम पूछते और परमेश्वर के निकट आने से प्रसन्न होते हैं।

Isaiah 58:1Isaiah 58Isaiah 58:3

Isaiah 58:2 in Other Translations

King James Version (KJV)
Yet they seek me daily, and delight to know my ways, as a nation that did righteousness, and forsook not the ordinance of their God: they ask of me the ordinances of justice; they take delight in approaching to God.

American Standard Version (ASV)
Yet they seek me daily, and delight to know my ways: as a nation that did righteousness, and forsook not the ordinance of their God, they ask of me righteous judgments; they delight to draw near unto God.

Bible in Basic English (BBE)
Though they make prayer to me every day, and take pleasure in the knowledge of my ways: like a nation which has done righteousness, and has not given up the rules of their God, they make requests to me for the right orders, it is their delight to come near to God.

Darby English Bible (DBY)
Yet they seek me daily, and delight to know my ways, as a nation that doeth righteousness, and hath not forsaken the ordinance of their God; they ask of me the ordinances of righteousness, they take delight in approaching to God:

World English Bible (WEB)
Yet they seek me daily, and delight to know my ways: as a nation that did righteousness, and didn't forsake the ordinance of their God, they ask of me righteous judgments; they delight to draw near to God.

Young's Literal Translation (YLT)
Seeing -- Me day by day they seek, And the knowledge of My ways they desire, As a nation that righteousness hath done, And the judgment of its God hath not forsaken, They ask of me judgments of righteousness, The drawing near of God they desire:

Yet
they
seek
וְאוֹתִ֗יwĕʾôtîveh-oh-TEE
me
daily,
י֥וֹםyômyome

יוֹם֙yômyome
and
delight
יִדְרֹשׁ֔וּןyidrōšûnyeed-roh-SHOON
to
know
וְדַ֥עַתwĕdaʿatveh-DA-at
ways,
my
דְּרָכַ֖יdĕrākaydeh-ra-HAI
as
a
nation
יֶחְפָּצ֑וּןyeḥpāṣûnyek-pa-TSOON
that
כְּג֞וֹיkĕgôykeh-ɡOY
did
אֲשֶׁרʾăšeruh-SHER
righteousness,
צְדָקָ֣הṣĕdāqâtseh-da-KA
and
forsook
עָשָׂ֗הʿāśâah-SA
not
וּמִשְׁפַּ֤טûmišpaṭoo-meesh-PAHT
the
ordinance
אֱלֹהָיו֙ʾĕlōhāyway-loh-hav
of
their
God:
לֹ֣אlōʾloh
they
ask
עָזָ֔בʿāzābah-ZAHV
ordinances
the
me
of
יִשְׁאָל֙וּנִי֙yišʾālûniyyeesh-ah-LOO-NEE
of
justice;
מִשְׁפְּטֵיmišpĕṭêmeesh-peh-TAY
delight
take
they
צֶ֔דֶקṣedeqTSEH-dek
in
approaching
קִרְבַ֥תqirbatkeer-VAHT
to
God.
אֱלֹהִ֖יםʾĕlōhîmay-loh-HEEM
יֶחְפָּצֽוּן׃yeḥpāṣûnyek-pa-TSOON

Cross Reference

Titus 1:16
वे कहते हैं, कि हम परमेश्वर को जानते हैं: परअपने कामों से उसका इन्कार करते हैं, क्योंकि वे घृणित और आज्ञा न मानने वाले हैं: और किसी अच्छे काम के योग्य नहीं॥

Isaiah 29:13
और प्रभु ने कहा, ये लोग जो मुंह से मेरा आदर करते हुए समीप आते परन्तु अपना मन मुझ से दूर रखते हैं, और जो केवल मनुष्यों की आज्ञा सुन सुनकर मेरा भय मानते हैं।

Matthew 15:7
हे कपटियों, यशायाह ने तुम्हारे विषय में यह भविष्यद्वाणी ठीक की।

1 Peter 2:1
इसलिये सब प्रकार का बैर भाव और छल और कपट और डाह और बदनामी को दूर करके।

James 4:8
परमेश्वर के निकट आओ, तो वह भी तुम्हारे निकट आएगा: हे पापियों, अपने हाथ शुद्ध करो; और हे दुचित्ते लोगों अपने हृदय को पवित्र करो।

James 1:21
इसलिये सारी मलिनता और बैर भाव की बढ़ती को दूर करके, उस वचन को नम्रता से ग्रहण कर लो, जो हृदय में बोया गया और जो तुम्हारे प्राणों का उद्धार कर सकता है।

Hebrews 6:4
क्योंकि जिन्हों ने एक बार ज्योति पाई है, जो स्वर्गीय वरदान का स्वाद चख चुके हैं और पवित्र आत्मा के भागी हो गए हैं।

John 5:35
वह तो जलता और चमकता हुआ दीपक था; और तुम्हें कुछ देर तक उस की ज्योति में, मगन होना अच्छा लगा।

Mark 12:14
और उन्होंने आकर उस से कहा; हे गुरू, हम जानते हैं, कि तू सच्चा है, और किसी की परवाह नहीं करता; क्योंकि तू मनुष्यों का मुंह देख कर बातें नहीं करता, परन्तु परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से बताता है।

Mark 6:20
क्योंकि हेरोदेस यूहन्ना को धर्मी और पवित्र पुरूष जानकर उस से डरता था, और उसे बचाए रखता था, और उस की सुनकर बहुत घबराता था, पर आनन्द से सुनता था।

Mark 4:16
और वैसे ही जो पत्थरीली भूमि पर बोए जाते हैं, ये वे हैं, कि जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते हैं।

Ezekiel 33:30
और हे मनुष्य के सन्तान, तेरे लोग भीतों के पास और घरों के द्वारों में तेरे विषय में बातें करते और एक दूसरे से कहते हैं, आओ, सुनो, कि यहोवा की ओर से कौन सा वचन निकलता है।

Jeremiah 42:20
क्योंकि जब तुम ने मुझ को यह कह कर अपने परमेश्वर यहोवा के पास भेज दिया कि हमारे निमित्त हमारे परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर और जो कुछ हमारा परमेश्वर यहोवा कहे उसी के अनुसार हम को बता और हम वैसा ही करेंगे, तब तुम जान बूझ के अपने ही को धोखा देते थे।

Jeremiah 42:2
हमारी बिनती ग्रहण कर के अपने परमेश्वर यहोवा से हम सब बचे हुओं के लिये प्रार्थना कर, क्योंकि तू अपनी आंखों से देख रहा है कि हम जो पहले बहुत थे, अब थोड़े ही बच गए हैं।

Isaiah 48:1
हे याकूब के घराने, यह बात सुन, तुम जो इस्राएली कहलाते हो; जो यहोवा के नाम की शपथ खाते हो और इस्राएल के परमेश्वर की चर्चा तो करते हो, परन्तु सच्चाई और धर्म से नहीं करते।

Isaiah 1:11
यहोवा यह कहता है, तुम्हारे बहुत से मेलबलि मेरे किस काम के हैं? मैं तो मेढ़ों के होमबलियों से और पाले हुए पशुओं की चर्बी से अघा गया हूं;

Proverbs 15:8
दुष्ट लोगों के बलिदान से यहोवा धृणा करता है, परन्तु वह सीधे लोगों की प्रार्थना से प्रसन्न होता है।

1 Samuel 15:21
परन्तु प्रजा के लोग लूट में से भेड़-बकरियों, और गाय-बैलों, अर्थात सत्यानाश होने की उत्तम उत्तम वस्तुओं को गिलगाल में तेरे परमेश्वर यहोवा के लिये बलि चढ़ाने को ले आए हैं।

Deuteronomy 5:28
जब तुम मुझ से ये बातें कह रहे थे तब यहोवा ने तुम्हारी बातें सुनीं; तब उसने मुझ से कहा, कि इन लोगों ने जो जो बातें तुझ से कही हैं मैं ने सुनी हैं; इन्होंने जो कुछ कहा वह ठीक ही कहा।