James 1:20
क्योंकि मनुष्य का क्रोध परमेश्वर के धर्म का निर्वाह नहीं कर सकता है।
Cross Reference
Romans 9:19
सो तू मुझ से कहेगा, वह फिर क्यों दोष लगाता है? कौन उस की इच्छा का साम्हना करता है?
Genesis 3:12
आदम ने कहा जिस स्त्री को तू ने मेरे संग रहने को दिया है उसी ने उस वृक्ष का फल मुझे दिया, और मैं ने खाया।
Isaiah 63:17
हे यहोवा, तू क्यों हम को अपने मार्गों से भटका देता, और हमारे मन ऐसे कठोर करता है कि हम तेरा भय नहीं मानते? अपने दास, अपने निज भाग के गोत्रों के निमित्त लौट आ।
Habakkuk 2:12
हाय उस पर जो हत्या कर के नगर को बनाता, और कुटिलता कर के गढ़ को दृढ़ करता है।
James 1:2
हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो
For | ὀργὴ | orgē | ore-GAY |
the wrath | γὰρ | gar | gahr |
of man | ἀνδρὸς | andros | an-THROSE |
worketh | δικαιοσύνην | dikaiosynēn | thee-kay-oh-SYOO-nane |
not | θεοῦ | theou | thay-OO |
the righteousness | οὐ | ou | oo |
of God. | κατεργάζεται | katergazetai | ka-tare-GA-zay-tay |
Cross Reference
Romans 9:19
सो तू मुझ से कहेगा, वह फिर क्यों दोष लगाता है? कौन उस की इच्छा का साम्हना करता है?
Genesis 3:12
आदम ने कहा जिस स्त्री को तू ने मेरे संग रहने को दिया है उसी ने उस वृक्ष का फल मुझे दिया, और मैं ने खाया।
Isaiah 63:17
हे यहोवा, तू क्यों हम को अपने मार्गों से भटका देता, और हमारे मन ऐसे कठोर करता है कि हम तेरा भय नहीं मानते? अपने दास, अपने निज भाग के गोत्रों के निमित्त लौट आ।
Habakkuk 2:12
हाय उस पर जो हत्या कर के नगर को बनाता, और कुटिलता कर के गढ़ को दृढ़ करता है।
James 1:2
हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो