Jeremiah 2:2
और यरूशलेम में पुकार कर यह सुना दे, यहोवा यह कहता है, तेरी जवानी का स्नेह और तेरे विवाह के समय का प्रेम मुझे स्मरण आता है कि तू कैसे जंगल में मेरे पीछे पीछे चली जहां भूमि जोती-बोई न गई थी।
Go | הָלֹ֡ךְ | hālōk | ha-LOKE |
and cry | וְקָֽרָאתָ֩ | wĕqārāʾtā | veh-ka-ra-TA |
in the ears | בְאָזְנֵ֨י | bĕʾoznê | veh-oze-NAY |
of Jerusalem, | יְרוּשָׁלִַ֜ם | yĕrûšālaim | yeh-roo-sha-la-EEM |
saying, | לֵאמֹ֗ר | lēʾmōr | lay-MORE |
Thus | כֹּ֚ה | kō | koh |
saith | אָמַ֣ר | ʾāmar | ah-MAHR |
the Lord; | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
I remember | זָכַ֤רְתִּי | zākartî | za-HAHR-tee |
thee, the kindness | לָךְ֙ | lok | loke |
youth, thy of | חֶ֣סֶד | ḥesed | HEH-sed |
the love | נְעוּרַ֔יִךְ | nĕʿûrayik | neh-oo-RA-yeek |
of thine espousals, | אַהֲבַ֖ת | ʾahăbat | ah-huh-VAHT |
wentest thou when | כְּלוּלֹתָ֑יִךְ | kĕlûlōtāyik | keh-loo-loh-TA-yeek |
after | לֶכְתֵּ֤ךְ | lektēk | lek-TAKE |
wilderness, the in me | אַחֲרַי֙ | ʾaḥăray | ah-huh-RA |
in a land | בַּמִּדְבָּ֔ר | bammidbār | ba-meed-BAHR |
that was not | בְּאֶ֖רֶץ | bĕʾereṣ | beh-EH-rets |
sown. | לֹ֥א | lōʾ | loh |
זְרוּעָֽה׃ | zĕrûʿâ | zeh-roo-AH |