Jeremiah 2:21
मैं ने तो तुझे उत्तम जाति की दाखलता और उत्तम बीज कर के लगाया था, फिर तू क्यों मेरे लिये जंगली दाखलता बन गई?
Jeremiah 2:21 in Other Translations
King James Version (KJV)
Yet I had planted thee a noble vine, wholly a right seed: how then art thou turned into the degenerate plant of a strange vine unto me?
American Standard Version (ASV)
Yet I had planted thee a noble vine, wholly a right seed: how then art thou turned into the degenerate branches of a foreign vine unto me?
Bible in Basic English (BBE)
But when you were planted by me, you were a noble vine, in every way a true seed: how then have you been changed into the branching plant of a strange vine?
Darby English Bible (DBY)
And I, -- I had planted thee a noble vine, wholly a right seed; how then art thou turned into the degenerate shoots of a strange vine unto me?
World English Bible (WEB)
Yet I had planted you a noble vine, wholly a right seed: how then are you turned into the degenerate branches of a foreign vine to me?
Young's Literal Translation (YLT)
And I planted thee a choice vine, wholly a true seed, And how hast thou been turned to Me, To the degenerate shoots of a strange vine?
| Yet I | וְאָֽנֹכִי֙ | wĕʾānōkiy | veh-ah-noh-HEE |
| had planted | נְטַעְתִּ֣יךְ | nĕṭaʿtîk | neh-ta-TEEK |
| vine, noble a thee | שׂוֹרֵ֔ק | śôrēq | soh-RAKE |
| wholly | כֻּלֹּ֖ה | kullō | koo-LOH |
| a right | זֶ֣רַע | zeraʿ | ZEH-ra |
| seed: | אֱמֶ֑ת | ʾĕmet | ay-MET |
| how | וְאֵיךְ֙ | wĕʾêk | veh-ake |
| turned thou art then | נֶהְפַּ֣כְתְּ | nehpakĕt | neh-PA-het |
| into the degenerate plant | לִ֔י | lî | lee |
| strange a of | סוּרֵ֖י | sûrê | soo-RAY |
| vine | הַגֶּ֥פֶן | haggepen | ha-ɡEH-fen |
| unto me? | נָכְרִיָּֽה׃ | nokriyyâ | noke-ree-YA |
Cross Reference
Isaiah 5:4
मेरी दाख की बारी के लिये और क्या करना रह गया जो मैं ने उसके लिये न किया हो? फिर क्या कारण है कि जब मैं ने दाख की आशा की तब उस में निकम्मी दाखें लगीं?
Psalm 80:8
तू मिस्त्र से एक दाखलता ले आया; और अन्यजातियों को निकाल कर उसे लगा दिया।
Exodus 15:17
तू उन्हें पहुचाकर अपने निज भाग वाले पहाड़ पर बसाएगा, यह वही स्थान है, हे यहोवा जिसे तू ने अपने निवास के लिये बनाया, और वही पवित्रस्थान है जिसे, हे प्रभु, तू ने आप स्थिर किया है॥
Psalm 44:2
तू ने अपने हाथ से जातियों को निकाल दिया, और इन को बसाया; तू ने देश देश के लोगों को दु:ख दिया, और इन को चारों ओर फैला दिया;
Deuteronomy 32:32
क्योंकि उनकी दाखलता सदोम की दाखलता से निकली, और अमोरा की दाख की बारियों में की है; उनकी दाख विषभरी और उनके गुच्छे कड़वे हैं;
Matthew 21:33
एक और दृष्टान्त सुनो: एक गृहस्थ था, जिस ने दाख की बारी लगाई; और उसके चारों ओर बाड़ा बान्धा; और उस में रस का कुंड खोदा; और गुम्मट बनाया; और किसानों को उसका ठेका देकर पर देश चला गया।
Mark 12:1
फिर वह दृष्टान्त में उन से बातें करने लगा: कि किसी मनुष्य ने दाख की बारी लगाई, और उसके चारों ओर बाड़ा बान्धा, और रस का कुंड खोदा, और गुम्मट बनाया; और किसानों को उसका ठेका देकर पर देश चला गया।
Luke 20:9
तब वह लोगों से यह दृष्टान्त कहने लगा, कि किसी मनुष्य ने दाख की बारी लगाई, और किसानों को उसका ठेका दे दिया और बहुत दिनों के लिये परदेश चला गया।
John 15:1
सच्ची दाखलता मैं हूं; और मेरा पिता किसान है।
Lamentations 4:1
सोना कैसे खोटा हो गया, अत्यन्त खरा सोना कैसे बदल गया है? पवित्रस्थान के पत्थर तो हर एक सड़क के सिरे पर फेंक दिए गए हैं।
Isaiah 61:3
और सिय्योन के विलाप करने वालों के सिर पर की राख दूर कर के सुन्दर पगड़ी बान्ध दूं, कि उनका विलाप दूर कर के हर्ष का तेल लगाऊं और उनकी उदासी हटाकर यश का ओढ़ना ओढ़ाऊं; जिस से वे धर्म के बांजवृक्ष और यहोवा के लगाए हुए कहलाएं और जिस से उसकी महिमा प्रगट हो।
Isaiah 60:21
और तेरे लोग सब के सब धर्मी होंगे; वे सर्वदा देश के अधिकारी रहेंगे, वे मेरे लगाए हुए पौधे और मेरे हाथों का काम ठहरेंगे, जिस से मेरी महिमा प्रगट हो।
Genesis 26:3
तू इसी देश में रह, और मैं तेरे संग रहूंगा, और तुझे आशीष दूंगा; और ये सब देश मैं तुझ को, और तेरे वंश को दूंगा; और जो शपथ मैं ने तेरे पिता इब्राहीम से खाई थी, उसे मैं पूरी करूंगा।
Genesis 32:28
उसने कहा तेरा नाम अब याकूब नहीं, परन्तु इस्राएल होगा, क्योंकि तू परमेश्वर से और मनुष्यों से भी युद्ध कर के प्रबल हुआ है।
Deuteronomy 4:37
और उसने जो तेरे पितरों से प्रेम रखा, इस कारण उनके पीछे उनके वंश को चुन लिया, और प्रत्यक्ष हो कर तुझे अपने बड़े सामर्थ्य के द्वारा मिस्र से इसलिये निकाल लाया,
Joshua 24:31
और यहोशू के जीवन भर, और जो वृद्ध लोग यहोशू के मरने के बाद जीवित रहे और जानते थे कि यहोवा ने इस्राएल के लिये कैसे कैसे काम किए थे, उनके भी जीवन भर इस्राएली यहोवा ही की सेवा करते रहे।
Psalm 105:6
हे उसके दास इब्राहीम के वंश, हे याकूब की सन्तान, तुम तो उसके चुने हुए हो!
Isaiah 1:21
जो नगरी सती थी सो क्योंकर व्यभिचारिन हो गई! वह न्याय से भरी थी और उस में धर्म पाया जाता था, परन्तु अब उस में हत्यारे ही पाए जाते हैं। तेरी चान्दी घातु का मैल हो गई,
Isaiah 5:1
अब मैं अपने प्रिय के लिये और उसकी दाख की बारी के विषय में गीत गाऊंगा: एक अति उपजाऊ टीले पर मेरे प्रिय की एक दाख की बरी थी।
Isaiah 41:8
हे मेरे दास इस्राएल, हे मेरे चुने हुए याकूब, हे मेरे प्रेमी इब्राहीम के वंश;
Genesis 18:19
क्योंकि मैं जानता हूं, कि वह अपने पुत्रों और परिवार को जो उसके पीछे रह जाएंगे आज्ञा देगा कि वे यहोवा के मार्ग में अटल बने रहें, और धर्म और न्याय करते रहें, इसलिये कि जो कुछ यहोवा ने इब्राहीम के विषय में कहा है उसे पूरा करें।