Jeremiah 51:29
यहोवा ने विचारा है कि वह बाबुल के देश को ऐसा उजाड़ करे कि उस में कोई भी न रहे; इसलिये पृथ्वी कांपती है और दु:खित होती है
And the land | וַתִּרְעַ֥שׁ | wattirʿaš | va-teer-ASH |
shall tremble | הָאָ֖רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
and sorrow: | וַתָּחֹ֑ל | wattāḥōl | va-ta-HOLE |
for | כִּ֣י | kî | kee |
every purpose | קָ֤מָה | qāmâ | KA-ma |
of the Lord | עַל | ʿal | al |
performed be shall | בָּבֶל֙ | bābel | ba-VEL |
against | מַחְשְׁב֣וֹת | maḥšĕbôt | mahk-sheh-VOTE |
Babylon, | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
to make | לָשׂ֞וּם | lāśûm | la-SOOM |
אֶת | ʾet | et | |
land the | אֶ֧רֶץ | ʾereṣ | EH-rets |
of Babylon | בָּבֶ֛ל | bābel | ba-VEL |
a desolation | לְשַׁמָּ֖ה | lĕšammâ | leh-sha-MA |
without | מֵאֵ֥ין | mēʾên | may-ANE |
an inhabitant. | יוֹשֵֽׁב׃ | yôšēb | yoh-SHAVE |