John 10:10 in Hindi

Hindi Hindi Bible John John 10 John 10:10

John 10:10
चोर किसी और काम के लिये नहीं परन्तु केवल चोरी करने और घात करने और नष्ट करने को आता है। मैं इसलिये आया कि वे जीवन पाएं, और बहुतायत से पाएं।

John 10:9John 10John 10:11

John 10:10 in Other Translations

King James Version (KJV)
The thief cometh not, but for to steal, and to kill, and to destroy: I am come that they might have life, and that they might have it more abundantly.

American Standard Version (ASV)
The thief cometh not, but that he may steal, and kill, and destroy: I came that they may have life, and may have `it' abundantly.

Bible in Basic English (BBE)
The thief comes only to take the sheep and to put them to death: he comes for their destruction: I have come so that they may have life and have it in greater measure.

Darby English Bible (DBY)
The thief comes not but that he may steal, and kill, and destroy: I am come that they might have life, and might have [it] abundantly.

World English Bible (WEB)
The thief only comes to steal, kill, and destroy. I came that they may have life, and may have it abundantly.

Young's Literal Translation (YLT)
`The thief doth not come, except that he may steal, and kill, and destroy; I came that they may have life, and may have `it' abundantly.

The
hooh
thief
κλέπτηςkleptēsKLAY-ptase
cometh
οὐκoukook
not,
ἔρχεταιerchetaiARE-hay-tay
but
εἰeiee
for
to
μὴmay

ἵναhinaEE-na
steal,
κλέψῃklepsēKLAY-psay
and
καὶkaikay
to
kill,
θύσῃthysēTHYOO-say
and
καὶkaikay
to
destroy:
ἀπολέσῃ·apolesēah-poh-LAY-say
I
ἐγὼegōay-GOH
am
come
ἦλθονēlthonALE-thone
that
ἵναhinaEE-na
they
might
have
ζωὴνzōēnzoh-ANE
life,
ἔχωσινechōsinA-hoh-seen
that
and
καὶkaikay
they
might
have
περισσὸνperissonpay-rees-SONE
it
more
abundantly.
ἔχωσινechōsinA-hoh-seen

Cross Reference

Luke 19:10
क्योंकि मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है॥

John 6:51
जीवन की रोटी जो स्वर्ग से उतरी मैं हूं। यदि कोई इस रोटी में से खाए, तो सर्वदा जीवित रहेगा और जो रोटी मैं जगत के जीवन के लिये दूंगा, वह मेरा मांस है।

John 12:47
यदि कोई मेरी बातें सुनकर न माने, तो मैं उसे दोषी नहीं ठहराता, क्योंकि मैं जगत को दोषी ठहराने के लिये नहीं, परन्तु जगत का उद्धार करने के लिये आया हूं।

John 3:17
परमेश्वर ने अपने पुत्र को जगत में इसलिये नहीं भेजा, कि जगत पर दंड की आज्ञा दे परन्तु इसलिये कि जगत उसके द्वारा उद्धार पाए।

John 6:33
क्योंकि परमेश्वर की रोटी वही है, जो स्वर्ग से उतरकर जगत को जीवन देती है।

John 10:1
मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जो कोई द्वार से भेड़शाला में प्रवेश नहीं करता, परन्तु और किसी ओर से चढ़ जाता है, वह चोर और डाकू है।

Matthew 20:28
जैसे कि मनुष्य का पुत्र, वह इसलिये नहीं आया कि उस की सेवा टहल करी जाए, परन्तु इसलिये आया कि आप सेवा टहल करे और बहुतों की छुडौती के लिये अपने प्राण दे॥

Romans 5:13
क्योंकि व्यवस्था के दिए जाने तक पाप जगत में तो था, परन्तु जहां व्यवस्था नहीं, वहां पाप गिना नहीं जाता।

1 Timothy 1:15
यह बात सच और हर प्रकार से मानने के योग्य है, कि मसीह यीशु पापियों का उद्धार करने के लिये जगत में आया, जिन में सब से बड़ा मैं हूं।

Ezekiel 34:2
हे मनुष्य के सन्तान, इस्राएल के चरवाहों के विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर के उन चरवाहों से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता हे, हाय इस्राएल के चरवाहों पर जो अपने अपने पेट भरते हैं! क्या चरवाहों को भेड़- बकरियों का पेट न भरना चाहिए?

Hosea 7:1
जब मैं इस्राएल को चंगा करता हूं तब एप्रैम का अधर्म और शोमरोन की बुराइयां प्रगट हो जाती हैं; वे छल से काम करते हैं, चोर भीतर घुसता, और डाकुओं का दल बाहर छीन लेता है।

2 Peter 2:1
और जिस प्रकार उन लोगों में झूठे भविष्यद्वक्ता थे उसी प्रकार तुम में भी झूठे उपदेशक होंगे, जो नाश करने वाले पाखण्ड का उद्घाटन छिप छिपकर करेंगे और उस स्वामी का जिस ने उन्हें मोल लिया है इन्कार करेंगे और अपने आप को शीघ्र विनाश में डाल देंगे।

Matthew 18:10
काना होकर जीवन में प्रवेश करना तेरे लिये इस से भला है, कि दो आंख रहते हुए तू नरक की आग में डाला जाए।

Matthew 23:13
हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों तुम पर हाय!

2 Peter 1:11
वरन इस रीति से तुम हमारे प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनन्त राज्य में बड़े आदर के साथ प्रवेश करने पाओगे।

Hebrews 7:25
इसी लिये जो उसके द्वारा परमेश्वर के पास आते हैं, वह उन का पूरा पूरा उद्धार कर सकता है, क्योंकि वह उन के लिये बिनती करने को सर्वदा जीवित है॥

Matthew 21:13
और उन से कहा, लिखा है, कि मेरा घर प्रार्थना का घर कहलाएगा; परन्तु तुम उसे डाकुओं की खोह बनाते हो।

Mark 11:17
और उपदेश करके उन से कहा, क्या यह नहीं लिखा है, कि मेरा घर सब जातियों के लिये प्रार्थना का घर कहलाएगा? पर तुम ने इसे डाकुओं की खोह बना दी है।

Hebrews 6:17
इसलिये जब परमेश्वर ने प्रतिज्ञा के वारिसों पर और भी साफ रीति से प्रगट करना चाहा, कि उसकी मनसा बदल नहीं सकती तो शपथ को बीच में लाया।

Isaiah 56:11
वे मरभूखे कुत्ते हैं जो कभी तृप्त नहीं होते। वे चरवाहे हें जिन में समझ ही नहीं; उन सभों ने अपने अपने लाभ के लिये अपना अपना मार्ग लिया है।

John 12:6
उस ने यह बात इसलिये न कही, कि उसे कंगालों की चिन्ता थी, परन्तु इसलिये कि वह चोर था और उसके पास उन की थैली रहती थी, और उस में जो कुछ डाला जाता था, वह निकाल लेता था।

Romans 2:21
सो क्या तू जो औरों को सिखाता है, अपने आप को नहीं सिखाता? क्या तू जो चोरी न करने का उपदेश देता है, आप ही चोरी करता है?