John 9:22
ये बातें उसके माता-पिता ने इसलिये कहीं क्योंकि वे यहूदियों से डरते थे; क्योंकि यहूदी एका कर चुके थे, कि यदि कोई कहे कि वह मसीह है, तो आराधनालय से निकाला जाए।
John 9:22 in Other Translations
King James Version (KJV)
These words spake his parents, because they feared the Jews: for the Jews had agreed already, that if any man did confess that he was Christ, he should be put out of the synagogue.
American Standard Version (ASV)
These things said his parents, because they feared the Jews: for the Jews had agreed already, that if any man should confess him `to be' Christ, he should be put out of the synagogue.
Bible in Basic English (BBE)
They said this because of their fear of the Jews: for the Jews had come to an agreement that if any man said that Jesus was the Christ he would be put out of the Synagogue.
Darby English Bible (DBY)
His parents said these things because they feared the Jews, for the Jews had already agreed that if any one confessed him [to be the] Christ, he should be excommunicated from the synagogue.
World English Bible (WEB)
His parents said these things because they feared the Jews; for the Jews had already agreed that if any man would confess him as Christ, he would be put out of the synagogue.
Young's Literal Translation (YLT)
These things said his parents, because they were afraid of the Jews, for already had the Jews agreed together, that if any one may confess him -- Christ, he may be put out of the synagogue;
| These | ταῦτα | tauta | TAF-ta |
| words spake | εἶπον | eipon | EE-pone |
| his | οἱ | hoi | oo |
| parents, | γονεῖς | goneis | goh-NEES |
| because | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
| they feared | ὅτι | hoti | OH-tee |
| the | ἐφοβοῦντο | ephobounto | ay-foh-VOON-toh |
| Jews: | τοὺς | tous | toos |
| for | Ἰουδαίους· | ioudaious | ee-oo-THAY-oos |
| the | ἤδη | ēdē | A-thay |
| Jews | γὰρ | gar | gahr |
| had agreed | συνετέθειντο | synetetheinto | syoon-ay-TAY-theen-toh |
| already, | οἱ | hoi | oo |
| that | Ἰουδαῖοι | ioudaioi | ee-oo-THAY-oo |
| if | ἵνα | hina | EE-na |
| any man | ἐάν | ean | ay-AN |
| did confess | τις | tis | tees |
| was he that | αὐτὸν | auton | af-TONE |
| Christ, | ὁμολογήσῃ | homologēsē | oh-moh-loh-GAY-say |
| put be should he | Χριστόν | christon | hree-STONE |
| out of the synagogue. | ἀποσυνάγωγος | aposynagōgos | ah-poh-syoo-NA-goh-gose |
| γένηται | genētai | GAY-nay-tay |
Cross Reference
John 16:2
वे तुम्हें आराधनालयों में से निकाल देंगे, वरन वह समय आता है, कि जो कोई तुम्हें मार डालेगा वह समझेगा कि मैं परमेश्वर की सेवा करता हूं।
John 7:13
तौभी यहूदियों के भय के मारे कोई व्यक्ति उसके विषय में खुलकर नहीं बोलता था।
Luke 6:22
धन्य हो तुम, जब मनुष्य के पुत्र के कारण लोग तुम से बैर करेंगे, और तुम्हें निकाल देंगे, और तुम्हारी निन्दा करेंगे, और तुम्हारा नाम बुरा जानकर काट देंगे।
John 9:34
उन्होंने उस को उत्तर दिया, कि तू तो बिलकुल पापों में जन्मा है, तू हमें क्या सिखाता है? और उन्होंने उसे बाहर निकाल दिया॥
Acts 4:18
तब उन्हें बुलाया और चितौनी देकर यह कहा, कि यीशु के नाम से कुछ भी न बोलना और न सिखलाना।
Acts 5:13
परन्तु औरों में से किसी को यह हियाव न होता था, उन में जा मिलें; तौभी लोग उन की बड़ाई करते थे।
Acts 5:40
तब उन्होंने उस की बात मान ली; और प्रेरितों को बुलाकर पिटवाया; और यह आज्ञा देकर छोड़ दिया, कि यीशु के नाम से फिर बातें न करना।
Galatians 2:11
पर जब कैफा अन्ताकिया में आया तो मैं ने उसके मुंह पर उसका साम्हना किया, क्योंकि वह दोषी ठहरा था।
Revelation 21:8
पर डरपोकों, और अविश्वासियों, और घिनौनों, और हत्यारों, और व्यभिचारियों, और टोन्हों, और मूर्तिपूजकों, और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा, जो आग और गन्धक से जलती रहती है: यह दूसरी मृत्यु है॥
John 20:19
उसी दिन जो सप्ताह का पहिला दिन था, सन्ध्या के समय जब वहां के द्वार जहां चेले थे, यहूदियों के डर के मारे बन्द थे, तब यीशु आया और बीच में खड़ा होकर उन से कहा, तुम्हें शान्ति मिले।
John 19:38
इन बातों के बाद अरमतियाह के यूसुफ ने, जो यीशु का चेला था, ( परन्तु यहूदियों के डर से इस बात को छिपाए रखता था), पीलातुस से बिनती की, कि मैं यीशु की लोथ को ले जाऊं, और पीलातुस ने उस की बिनती सुनी, और वह आकर उस की लोथ ले गया।
Proverbs 29:25
मनुष्य का भय खाना फन्दा हो जाता है, परन्तु जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह ऊंचे स्थान पर चढ़ाया जाता है।
Isaiah 51:7
हे धर्म के जानने वालो, जिनके मन में मेरी व्यवस्था है, तुम कान लगाकर मेरी सुनो; मनुष्यों की नामधराई से मत डरो, और उनके निन्दा करने से विस्मित न हो।
Isaiah 51:12
मैं, मैं ही तेरा शान्तिदाता हूं; तू कौन है जो मरने वाले मनुष्य से, और घास के समान मुर्झाने वाले आदमी से डरता है,
Isaiah 57:11
तू ने किस के डर से झूठ कहा, और किसका भय मानकर ऐसा किया कि मुझ को स्मरण नहीं रखा न मुझ पर ध्यान दिया? क्या मैं बहुत काल से चुप नहीं रहा? इस कारण तू मेरा भय नहीं मानती।
Luke 12:4
परन्तु मैं तुम से जो मेरे मित्र हो कहता हूं, कि जो शरीर को घात करते हैं परन्तु उसके पीछे और कुछ नहीं कर सकते उन से मत डरो।
Luke 22:56
और एक लौंडी उसे आग के उजियाले में बैठे देखकर और उस की ओर ताककर कहने लगी, यह भी तो उसके साथ था।
John 7:45
तब सिपाही महायाजकों और फरीसियों के पास आए, और उन्होंने उन से कहा, तुम उसे क्यों नहीं लाए?
John 12:42
तौभी सरदारों में से भी बहुतों ने उस पर विश्वास किया, परन्तु फरीसियों के कारण प्रगट में नहीं मानते थे, ऐसा न हो कि आराधनालय में से निकाले जाएं।
Psalm 27:1
यहोवा परमेश्वर मेरी ज्योति और मेरा उद्धार है; मैं किस से डरूं? यहोवा मेरे जीवन का दृढ़ गढ़ ठहरा है, मैं किस का भय खाऊं?