Joshua 1:8
व्यवस्था की यह पुस्तक तेरे चित्त से कभी न उतरने पाए, इसी में दिन रात ध्यान दिए रहना, इसलिये कि जो कुछ उस में लिखा है उसके अनुसार करने की तू चौकसी करे; क्योंकि ऐसा ही करने से तेरे सब काम सफल होंगे, और तू प्रभावशाली होगा।
Joshua 1:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
This book of the law shall not depart out of thy mouth; but thou shalt meditate therein day and night, that thou mayest observe to do according to all that is written therein: for then thou shalt make thy way prosperous, and then thou shalt have good success.
American Standard Version (ASV)
This book of the law shall not depart out of thy mouth, but thou shalt meditate thereon day and night, that thou mayest observe to do according to all that is written therein: for then thou shalt make thy way prosperous, and then thou shalt have good success.
Bible in Basic English (BBE)
Let this book of the law be ever on your lips and in your thoughts day and night, so that you may keep with care everything in it; then a blessing will be on all your way, and you will do well.
Darby English Bible (DBY)
This book of the law shall not depart from thy mouth; and thou shalt meditate upon it day and night, that thou mayest take heed to do according to all that is written therein; for then shalt thou have good success in thy ways, and then shalt thou prosper.
Webster's Bible (WBT)
This book of the law shall not depart out of thy mouth; but thou shalt meditate in it day and night, that thou mayest observe to do according to all that is written therein: for then thou shalt make thy way prosperous, and then thou shalt have good success.
World English Bible (WEB)
This book of the law shall not depart out of your mouth, but you shall meditate thereon day and night, that you may observe to do according to all that is written therein: for then you shall make your way prosperous, and then you shall have good success.
Young's Literal Translation (YLT)
the book of this law doth not depart out of thy mouth, and thou hast meditated in it by day and by night, so that thou dost observe to do according to all that is written in it, for then thou dost cause thy way to prosper, and then thou dost act wisely.
| This | לֹֽא | lōʾ | loh |
| book | יָמ֡וּשׁ | yāmûš | ya-MOOSH |
| of the law | סֵפֶר֩ | sēper | say-FER |
| shall not | הַתּוֹרָ֨ה | hattôrâ | ha-toh-RA |
| depart | הַזֶּ֜ה | hazze | ha-ZEH |
| out of thy mouth; | מִפִּ֗יךָ | mippîkā | mee-PEE-ha |
| meditate shalt thou but | וְהָגִ֤יתָ | wĕhāgîtā | veh-ha-ɡEE-ta |
| therein day | בּוֹ֙ | bô | boh |
| night, and | יוֹמָ֣ם | yômām | yoh-MAHM |
| that | וָלַ֔יְלָה | wālaylâ | va-LA-la |
| thou mayest observe | לְמַ֙עַן֙ | lĕmaʿan | leh-MA-AN |
| do to | תִּשְׁמֹ֣ר | tišmōr | teesh-MORE |
| according to all | לַֽעֲשׂ֔וֹת | laʿăśôt | la-uh-SOTE |
| written is that | כְּכָל | kĕkāl | keh-HAHL |
| therein: for | הַכָּת֖וּב | hakkātûb | ha-ka-TOOV |
| then | בּ֑וֹ | bô | boh |
make shalt thou | כִּי | kî | kee |
| thy way | אָ֛ז | ʾāz | az |
| prosperous, | תַּצְלִ֥יחַ | taṣlîaḥ | tahts-LEE-ak |
| then and | אֶת | ʾet | et |
| thou shalt have good success. | דְּרָכֶ֖ךָ | dĕrākekā | deh-ra-HEH-ha |
| וְאָ֥ז | wĕʾāz | veh-AZ | |
| תַּשְׂכִּֽיל׃ | taśkîl | tahs-KEEL |
Cross Reference
Psalm 119:15
मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूंगा।
Psalm 19:14
मेरे मुंह के वचन और मेरे हृदय का ध्यान तेरे सम्मुख ग्रहण योग्य हों, हे यहोवा परमेश्वर, मेरी चट्टान और मेरे उद्धार करने वाले!
Colossians 3:16
मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ।
Luke 11:28
उस ने कहा, हां; परन्तु धन्य वे हैं, जो परमेश्वर का वचन सुनते और मानते हैं॥
John 14:21
जिस के पास मेरी आज्ञा है, और वह उन्हें मानता है, वही मुझ से प्रेम रखता है, और जो मुझ से प्रेम रखता है, उस से मेरा पिता प्रेम रखेगा, और मैं उस से प्रेम रखूंगा, और अपने आप को उस पर प्रगट करूंगा।
Deuteronomy 6:6
और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें;
James 1:22
परन्तु वचन पर चलने वाले बनो, और केवल सुनने वाले ही नहीं जो अपने आप को धोखा देते हैं।
Deuteronomy 29:9
इसलिये इस वाचा की बातों का पालन करो, ताकि जो कुछ करो वह सफल हो॥
Matthew 7:24
इसलिये जो कोई मेरी ये बातें सुनकर उन्हें मानता है वह उस बुद्धिमान मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिस ने अपना घर चट्टान पर बनाया।
Psalm 119:97
अहा! मैं तेरी व्यवस्था में कैसी प्रीति रखता हूं! दिन भर मेरा ध्यान उसी पर लगा रहता है।
Psalm 119:11
मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं।
Proverbs 2:1
हे मेरे पुत्र, यदि तू मेरे वचन ग्रहण करे, और मेरी आज्ञाओं को अपने हृदय में रख छोड़े,
Deuteronomy 11:18
इसलिये तुम मेरे ये वचन अपने अपने मन और प्राण में धारण किए रहना, और चिन्हानी के लिये अपने हाथों पर बान्धना, और वे तुम्हारी आंखों के मध्य में टीके का काम दें।
Matthew 7:21
जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।
Proverbs 3:1
हे मेरे पुत्र, मेरी शिक्षा को न भूलना; अपने हृदय में मेरी आज्ञाओं को रखे रहना;
John 13:17
तुम तो ये बातें जानते हो, और यदि उन पर चलो, तो धन्य हो।
Deuteronomy 5:29
भला होता कि उनका मन सदैव ऐसा ही बना रहे, कि वे मेरा भय मानते हुए मेरी सब आज्ञाओं पर चलते रहें, जिस से उनकी और उनके वंश की सदैव भलाई होती रहे!
Joshua 1:7
इतना हो कि तू हियाव बान्धकर और बहुत दृढ़ हो कर जो व्यवस्था मेरे दास मूसा ने तुझे दी है उन सब के अनुसार करने में चौकसी करना; और उस से न तो दाहिने मुड़ना और न बांए, तब जहां जहां तू जाएगा वहां वहां तेरा काम सफल होगा।
Psalm 119:42
तब मैं अपनी नामधराई करने वालों को कुछ उत्तर दे सकूंगा, क्योंकि मेरा भरोसा, तेरे वचन पर है।
Psalm 1:1
क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता, और न पापियों के मार्ग में खड़ा होता; और न ठट्ठा करने वालों की मण्डली में बैठता है!
Deuteronomy 5:32
इसलिये तुम अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के अनुसार करने में चौकसी करना; न तो दाहिने मुड़ना और न बांए।
Ephesians 4:29
कोई गन्दी बात तुम्हारे मुंह से न निकले, पर आवश्यकता के अनुसार वही जो उन्नति के लिये उत्तम हो, ताकि उस से सुनने वालों पर अनुग्रह हो।
Matthew 28:20
और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूं॥
Matthew 12:35
भला, मनुष्य मन के भले भण्डार से भली बातें निकालता है; और बुरा मनुष्य बुरे भण्डार से बुरी बातें निकालता है।
Psalm 37:30
धर्मी अपने मुंह से बुद्धि की बातें करता, और न्याय का वचन कहता है।
Deuteronomy 30:14
परन्तु यह वचन तेरे बहुत निकट, वरन तेरे मुंह और मन ही में है ताकि तू इस पर चले॥
Deuteronomy 31:11
जब सब इस्राएली तेरे परमेश्वर यहोवा के उस स्थान पर जिसे वह चुन लेगा आकर इकट्ठे हों, तब यह व्यवस्था सब इस्राएलियों को पढ़कर सुनाना।
1 Timothy 4:14
उस वरदान से जो तुझ में है, और भविष्यद्वाणी के द्वारा प्राचीनों के हाथ रखते समय तुझे मिला था, निश्चिन्त न रह।
Psalm 40:10
मैं ने तेरा धर्म मन ही में नहीं रखा; मैं ने तेरी सच्चाई और तेरे किए हुए उधार की चर्चा की है; मैं ने तेरी करूणा और सत्यता बड़ी सभा से गुप्त नहीं रखी॥
Isaiah 59:21
और यहोवा यह कहता है, जो वाचा मैं ने उन से बान्धी है वह यह है, कि मेरा आत्मा तुझ पर ठहरा है, और अपने वचन जो मैं ने तेरे मुंह में डाले हैं अब से ले कर सर्वदा तक वे मेरे मुंह से, और, तेरे पुत्रों और पोतों के मुंह से भी कभी न हटेंगे॥
Deuteronomy 17:18
और जब वह राजगद्दी पर विराजमान हो, तब इसी व्यवस्था की पुस्तक, जो लेवीय याजकों के पास रहेगी, उसकी एक नकल अपने लिये कर ले।
Psalm 119:99
मैं अपने सब शिक्षकों से भी अधिक समझ रखता हूं, क्योंकि मेरा ध्यान तेरी चितौनियों पर लगा है।
Revelation 22:14
धन्य वे हैं, जो अपने वस्त्र धो लेते हैं, क्योंकि उन्हें जीवन के पेड़ के पास आने का अधिकार मिलेगा, और वे फाटकों से हो कर नगर में प्रवेश करेंगे।