Luke 12:17
तब वह अपने मन में विचार करने लगा, कि मैं क्या करूं, क्योंकि मेरे यहां जगह नहीं, जहां अपनी उपज इत्यादि रखूं।
Luke 12:17 in Other Translations
King James Version (KJV)
And he thought within himself, saying, What shall I do, because I have no room where to bestow my fruits?
American Standard Version (ASV)
and he reasoned within himself, saying, What shall I do, because I have not where to bestow my fruits?
Bible in Basic English (BBE)
And he said to himself, What is to be done? for I have no place in which to put all my fruit.
Darby English Bible (DBY)
And he reasoned within himself saying, What shall I do? for I have not [a place] where I shall lay up my fruits.
World English Bible (WEB)
He reasoned within himself, saying, 'What will I do, because I don't have room to store my crops?'
Young's Literal Translation (YLT)
and he was reasoning within himself, saying, What shall I do, because I have not where I shall gather together my fruits?
| And | καὶ | kai | kay |
| he thought | διελογίζετο | dielogizeto | thee-ay-loh-GEE-zay-toh |
| within | ἐν | en | ane |
| himself, | ἑαυτῷ | heautō | ay-af-TOH |
| saying, | λέγων, | legōn | LAY-gone |
| What | Τί | ti | tee |
| shall I do, | ποιήσω | poiēsō | poo-A-soh |
| because | ὅτι | hoti | OH-tee |
| I have | οὐκ | ouk | ook |
| no | ἔχω | echō | A-hoh |
| room where | ποῦ | pou | poo |
| bestow to | συνάξω | synaxō | syoon-AH-ksoh |
| my | τοὺς | tous | toos |
| καρπούς | karpous | kahr-POOS | |
| fruits? | μου | mou | moo |
Cross Reference
Ecclesiastes 11:2
सात वरन आठ जनों को भी भाग दे, क्योंकि तू नहीं जानता कि पृथ्वी पर क्या विपत्ति आ पकेगी।
Luke 16:9
और मैं तुम से कहता हूं, कि अधर्म के धन से अपने लिये मित्र बना लो; ताकि जब वह जाता रहे, तो वे तुम्हें अनन्त निवासों में ले लें।
Luke 18:22
यह सुन, यीशु ने उस से कहा, तुझ में अब भी एक बात की घटी है, अपना सब कुछ बेच कर कंगालों को बांट दे; और तुझे स्वर्ग में धन मिलेगा, और आकर मेरे पीछे हो ले।
Luke 19:17
उस ने उस से कहा; धन्य हे उत्तम दास, तुझे धन्य है, तू बहुत ही थोड़े में विश्वासी निकला अब दस नगरों पर अधिकार रख।
Acts 2:37
तब सुनने वालों के हृदय छिद गए, और वे पतरस और शेष प्रेरितों से पूछने लगे, कि हे भाइयो, हम क्या करें?
Acts 16:30
और उन्हें बाहर लाकर कहा, हे साहिबो, उद्धार पाने के लिये मैं क्या करूं?
Romans 12:13
पवित्र लोगों को जो कुछ अवश्य हो, उस में उन की सहायता करो; पहुनाई करने मे लगे रहो।
2 Corinthians 9:6
परन्तु बात तो यह है, कि जो थोड़ा बोता है वह थोड़ा काटेगा भी; और जो बहुत बोता है, वह बहुत काटेगा।
1 Timothy 6:17
इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे, कि वे अभिमानी न हों और चंचल धन पर आशा न रखें, परन्तु परमेश्वर पर जो हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से देता है।
Luke 16:3
तब भण्डारी सोचने लगा, कि अब मैं क्या करूं क्योंकि मेरा स्वामी अब भण्डारी का काम मुझ से छीन ले रहा है: मिट्टी तो मुझ से खोदी नहीं जाती: और भीख मांगने से मुझे लज्ज़ा आती है।
Luke 14:13
परन्तु जब तू भोज करे, तो कंगालों, टुण्डों, लंगड़ों और अन्धों को बुला।
Isaiah 58:7
क्या वह यह नहीं है कि अपनी रोटी भूखों को बांट देना, अनाथ और मारे मारे फिरते हुओं को अपने घर ले आना, किसी को नंगा देखकर वस्त्र पहिनाना, और अपने जातिभाइयों से अपने को न छिपाना?
Matthew 5:42
जो कोई तुझ से मांगे, उसे दे; और जो तुझ से उधार लेना चाहे, उस से मुंह न मोड़॥
Luke 3:11
उस ने उन्हें उतर दिया, कि जिस के पास दो कुरते हों वह उसके साथ जिस के पास नहीं हैं बांट दे और जिस के पास भोजन हो, वह भी ऐसा ही करे।
Luke 10:25
और देखो, एक व्यवस्थापक उठा; और यह कहकर, उस की परीक्षा करने लगा; कि हे गुरू, अनन्त जीवन का वारिस होने के लिये मैं क्या करूं?
Luke 11:41
परन्तु हां, भीतरवाली वस्तुओं को दान कर दो, तो देखो, सब कुछ तुम्हारे लिये शुद्ध हो जाएगा॥
Luke 12:22
फिर उस ने अपने चेलों से कहा; इसलिये मैं तुम से कहता हूं, अपने प्राण की चिन्ता न करो, कि हम क्या खाएंगे; न अपने शरीर की कि क्या पहिनेंगे।
Luke 12:29
और तुम इस बात की खोज में न रहो, कि क्या खाएंगे और क्या पीएंगे, और न सन्देह करो।
Luke 12:33
अपनी संपत्ति बेचकर दान कर दो; और अपने लिये ऐसे बटुए बनाओ, जो पुराने नहीं होते, अर्थात स्वर्ग पर ऐसा धन इकट्ठा करो जो घटता नहीं और जिस के निकट चोर नहीं जाता, और कीड़ा नहीं बिगाड़ता।
1 John 3:16
हम ने प्रेम इसी से जाना, कि उस ने हमारे लिये अपने प्राण दे दिए; और हमें भी भाइयों के लिये प्राण देना चाहिए।