Matthew 11:15
जिस के सुनने के कान हों, वह सुन ले।
Matthew 11:15 in Other Translations
King James Version (KJV)
He that hath ears to hear, let him hear.
American Standard Version (ASV)
He that hath ears to hear, let him hear.
Bible in Basic English (BBE)
He who has ears, let him give ear.
Darby English Bible (DBY)
He that has ears to hear, let him hear.
World English Bible (WEB)
He who has ears to hear, let him hear.
Young's Literal Translation (YLT)
he who is having ears to hear -- let him hear.
| ὁ | ho | oh | |
| He that hath | ἔχων | echōn | A-hone |
| ears | ὦτα | ōta | OH-ta |
| hear, to | ἀκούειν, | akouein | ah-KOO-een |
| let him hear. | ἀκουέτω | akouetō | ah-koo-A-toh |
Cross Reference
Mark 4:23
और न कुछ गुप्त है पर इसलिये कि प्रगट हो जाए। यदि किसी के सुनने के कान हों, तो सुन ले।
Matthew 13:43
उस समय धर्मी अपने पिता के राज्य में सूर्य की नाईं चमकेंगे; जिस के कान हों वह सुन ले॥
Matthew 13:9
जिस के कान हों वह सुन ले॥
Revelation 2:7
जिस के कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है: जो जय पाए, मैं उसे उस जीवन के पेड़ में से जो परमेश्वर के स्वर्गलोक में है, फल खाने को दूंगा॥
Luke 8:8
और कुछ अच्छी भूमि पर गिरा, और उगकर सौ गुणा फल लाया: यह कहकर उस ने ऊंचे शब्द से कहा; जिस के सुनने के कान होंवह सुन ले॥
Revelation 3:22
जिस के कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है॥
Revelation 3:13
जिस के कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है॥
Luke 14:35
वह न तो भूमि के और न खाद के लिये काम में आता है: उसे तो लोग बाहर फेंक देते हैं: जिस के सुनने के कान हों वह सुन ले॥
Mark 4:9
और उस ने कहा; जिस के पास सुनने के लिये कान हों वह सुन ले॥
Revelation 3:6
जिस के कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है॥
Revelation 2:29
जिस के कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है॥
Revelation 2:17
जिस के कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है; जो जय पाए, उस को मैं गुप्त मन्ना में से दूंगा, और उसे एक श्वेत पत्थर भी दूंगा; और उस पत्थर पर एक नाम लिखा हुआ होगा, जिसे उसके पाने वाले के सिवाय और कोई न जानेगा॥
Revelation 2:11
जिस के कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है: जो जय पाए, उस को दूसरी मृत्यु से हानि न पहुंचेगी॥
Mark 7:15
ऐसी तो कोई वस्तु नहीं जो मनुष्य में बाहर से समाकर अशुद्ध करे; परन्तु जो वस्तुएं मनुष्य के भीतर से निकलती हैं, वे ही उसे अशुद्ध करती हैं।