Matthew 11:6 in Hindi

Hindi Hindi Bible Matthew Matthew 11 Matthew 11:6

Matthew 11:6
और धन्य है वह, जो मेरे कारण ठोकर न खाए।

Matthew 11:5Matthew 11Matthew 11:7

Matthew 11:6 in Other Translations

King James Version (KJV)
And blessed is he, whosoever shall not be offended in me.

American Standard Version (ASV)
And blessed is he, whosoever shall find no occasion of stumbling in me.

Bible in Basic English (BBE)
And a blessing will be on him who has no doubts about me.

Darby English Bible (DBY)
and blessed is whosoever shall not be offended in me.

World English Bible (WEB)
Blessed is he who finds no occasion for stumbling in me."

Young's Literal Translation (YLT)
and happy is he who may not be stumbled in me.'

And
καὶkaikay
blessed
μακάριόςmakariosma-KA-ree-OSE
is
ἐστινestinay-steen
he,
whosoever
ὃςhosose

ἐὰνeanay-AN
be
not
shall
μὴmay
offended
σκανδαλισθῇskandalisthēskahn-tha-lee-STHAY
in
ἐνenane
me.
ἐμοίemoiay-MOO

Cross Reference

Isaiah 8:14
और वह शरणस्थान होगा, परन्तु इस्राएल के दोनों घरानों के लिये ठोकर का पत्थर और ठेस की चट्टान, और यरूशलेम के निवासियों के लिये फन्दा और जाल होगा।

1 Corinthians 2:14
परन्तु शारीरिक मनुष्य परमेश्वर के आत्मा की बातें ग्रहण नहीं करता, क्योंकि वे उस की दृष्टि में मूर्खता की बातें हैं, और न वह उन्हें जान सकता है क्योंकि उन की जांच आत्मिक रीति से होती है।

Luke 4:23
उस ने उन से कहा; तुम मुझ पर यह कहावत अवश्य कहोगे, कि हे वैद्य, अपने आप को अच्छा कर! जो कुछ हम ने सुना है कि कफरनहूम में किया गया है उसे यहां अपने देश में भी कर।

Matthew 26:31
तब यीशु ने उन से कहा; तुम सब आज ही रात को मेरे विषय में ठोकर खाओगे; क्योंकि लिखा है, कि मैं चरवाहे को मारूंगा; और झुण्ड की भेड़ें तित्तर बित्तर हो जाएंगी।

Matthew 24:10
तब बहुतेरे ठोकर खाएंगे, और एक दूसरे से बैर रखेंगे।

Romans 9:32
किस लिये? इसलिये कि वे विश्वास से नहीं, परन्तु मानो कर्मों से उस की खोज करते थे: उन्होंने उस ठोकर के पत्थर पर ठोकर खाई।

1 Corinthians 1:22
यहूदी तो चिन्ह चाहते हैं, और यूनानी ज्ञान की खोज में हैं।

Galatians 5:11
परन्तु हे भाइयो, यदि मैं अब तक खतना का प्रचार करता हूं, तो क्यों अब तक सताया जाता हूं; फिर तो क्रूस की ठोकर जाती रही।

1 Peter 2:8
और ठेस लगने का पत्थर और ठोकर खाने की चट्टान हो गया है: क्योंकि वे तो वचन को न मान कर ठोकर खाते हैं और इसी के लिये वे ठहराए भी गए थे।

John 7:41
औरों ने कहा; यह मसीह है, परन्तु किसी ने कहा; क्यों? क्या मसीह गलील से आएगा?

John 6:66
इस पर उसके चेलों में से बहुतेरे उल्टे फिर गए और उसके बाद उसके साथ न चले।

John 6:60
इसलिये उसके चेलों में से बहुतों ने यह सुनकर कहा, कि यह बात नागवार है; इसे कौन सुन सकता है?

Psalm 32:1
क्या ही धन्य है वह जिसका अपराध क्षमा किया गया, और जिसका पाप ढ़ाँपा गया हो।

Psalm 119:1
क्या ही धन्य हैं वे जो चाल के खरे हैं, और यहोवा की व्यवस्था पर चलते हैं!

Matthew 5:3
धन्य हैं वे, जो मन के दीन हैं, क्योंकि स्वर्ग का राज्य उन्हीं का है।

Matthew 13:55
क्या यह बढ़ई का बेटा नहीं? और क्या इस की माता का नाम मरियम और इस के भाइयों के नाम याकूब और यूसुफ और शमौन और यहूदा नहीं?

Matthew 15:12
तब चेलों ने आकर उस से कहा, क्या तू जानता है कि फरीसियों ने यह वचन सुनकर ठोकर खाई?

Matthew 18:7
ठोकरों के कारण संसार पर हाय! ठोकरों का लगना अवश्य है; पर हाय उस मनुष्य पर जिस के द्वारा ठोकर लगती है।

Luke 2:34
तब शमौन ने उन को आशीष देकर, उस की माता मरियम से कहा; देख, वह तो इस्राएल में बहुतों के गिरने, और उठने के लिये, और एक ऐसा चिन्ह होने के लिये ठहराया गया है, जिस के विरोध में बातें की जाएगीं --

Luke 11:27
जब वह ये बातें कह ही रहा था तो भीड़ में से किसी स्त्री ने ऊंचे शब्द से कहा, धन्य वह गर्भ जिस में तू रहा; और वे स्तन, जो तू ने चूसे।

Psalm 1:1
क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता, और न पापियों के मार्ग में खड़ा होता; और न ठट्ठा करने वालों की मण्डली में बैठता है!