Matthew 13:32
वह सब बीजों से छोटा तो है पर जब बढ़ जाता है तब सब साग पात से बड़ा होता है; और ऐसा पेड़ हो जाता है, कि आकाश के पक्षी आकर उस की डालियों पर बसेरा करते हैं॥
Matthew 13:32 in Other Translations
King James Version (KJV)
Which indeed is the least of all seeds: but when it is grown, it is the greatest among herbs, and becometh a tree, so that the birds of the air come and lodge in the branches thereof.
American Standard Version (ASV)
which indeed is less than all seeds; but when it is grown, it is greater than the herbs, and becometh a tree, so that the birds of the heaven come and lodge in the branches thereof.
Bible in Basic English (BBE)
Which is smaller than all seeds; but when it has come up it is greater than the plants, and becomes a tree, so that the birds of heaven come and make their resting-places in its branches.
Darby English Bible (DBY)
which is less indeed than all seeds, but when it is grown is greater than herbs, and becomes a tree, so that the birds of heaven come and roost in its branches.
World English Bible (WEB)
which indeed is smaller than all seeds. But when it is grown, it is greater than the herbs, and becomes a tree, so that the birds of the air come and lodge in its branches."
Young's Literal Translation (YLT)
which less, indeed, is than all the seeds, but when it may be grown, is greatest of the herbs, and becometh a tree, so that the birds of the heaven do come and rest in its branches.'
| Which | ὃ | ho | oh |
| indeed | μικρότερον | mikroteron | mee-KROH-tay-rone |
| is | μέν | men | mane |
| the least | ἐστιν | estin | ay-steen |
| all of | πάντων | pantōn | PAHN-tone |
| τῶν | tōn | tone | |
| seeds: | σπερμάτων | spermatōn | spare-MA-tone |
| but | ὅταν | hotan | OH-tahn |
| when | δὲ | de | thay |
| it is grown, | αὐξηθῇ | auxēthē | af-ksay-THAY |
| it is | μεῖζον | meizon | MEE-zone |
| the greatest | τῶν | tōn | tone |
| λαχάνων | lachanōn | la-HA-none | |
| herbs, among | ἐστὶν | estin | ay-STEEN |
| and | καὶ | kai | kay |
| becometh | γίνεται | ginetai | GEE-nay-tay |
| a tree, | δένδρον | dendron | THANE-throne |
| that so | ὥστε | hōste | OH-stay |
| the | ἐλθεῖν | elthein | ale-THEEN |
| birds | τὰ | ta | ta |
| the of | πετεινὰ | peteina | pay-tee-NA |
| air | τοῦ | tou | too |
| come | οὐρανοῦ | ouranou | oo-ra-NOO |
| and | καὶ | kai | kay |
| lodge | κατασκηνοῦν | kataskēnoun | ka-ta-skay-NOON |
| in | ἐν | en | ane |
| the | τοῖς | tois | toos |
| branches | κλάδοις | kladois | KLA-thoos |
| thereof. | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
Cross Reference
Daniel 4:12
उसके पत्ते सुन्दर, और उस में बहुत फल थे, यहां तक कि उस में सभों के लिये भोजन था। उसके नीचे मैदान के सब पशुओं को छाया मिलती थी, और उसकी डालियों में आकाश की सब चिडिय़ां बसेरा करती थीं, और सब प्राणी उस से आहार पाते थे॥
Ezekiel 31:6
उसकी टहनियों में आकाश के सब प्रकार के पक्षी बसेरा करते थे, और उसकी शाखाओं के नीचे मैदान के सब भांति के जीवजन्तु जन्मते थे; और उसकी छाया में सब बड़ी जातियां रहती थीं।
Acts 21:20
उन्होंने यह सुनकर परमेश्वर की महिमा की, फिर उस से कहा; हे भाई, तू देखता है, कि यहूदियों में से कई हजार ने विश्वास किया है; और सब व्यवस्था के लिये धुन लगाए हैं।
Romans 15:18
क्योंकि उन बातों को छोड़ मुझे और किसी बात के विषय में कहने का हियाव नहीं, जो मसीह ने अन्यजातियों की आधीनता के लिये वचन, और कर्म।
Daniel 2:44
और उन राजाओं के दिनों में स्वर्ग का परमेश्वर, एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो अनन्तकाल तक न टूटेगा, और न वह किसी दूसरी जाति के हाथ में किया जाएगा। वरन वह उन सब राज्यों को चूर चूर करेगा, और उनका अन्त कर डालेगा; और वह सदा स्थिर रहेगा;
Acts 1:15
और उन्हीं दिनों में पतरस भाइयों के बीच में जो एक सौ बीस व्यक्ति के लगभग इकट्ठे थे, खड़ा होकर कहने लगा।
Zechariah 14:7
और लगातार एक ही दिन होगा जिसे यहोवा ही जानता है, न तो दिन होगा, और न रात होगी, परन्तु सांझ के समय उजियाला होगा॥
Zechariah 8:20
सेनाओं का यहोवा यों कहता है, ऐसा समय आने वाला है कि देश देश के लोग और बहुत नगरों के रहने वाले आएंगे।
Zechariah 4:10
क्योंकि किस ने छोटी बातों के दिन तुच्छ जाना है? यहोवा अपनी इन सातों आंखों से सारी पृथ्वी पर दृष्टि कर के साहुल को जरूब्बाबेल के हाथ में देखेगा, और आनन्दित होगा।
Micah 4:1
अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लोग धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगे।
Daniel 2:34
फिर देखते देखते, तू ने क्या देखा, कि एक पत्थर ने, बिना किसी के खोदे, आप ही आप उखड़ कर उस मूर्ति के पांवों पर लगकर जो लोहे और मिट्टी के थे, उन को चूर चूर कर डाला।
Ezekiel 47:1
फिर वह मुझे भवन के द्वार पर लौटा ले गया; और भवन की डेवढ़ी के नीचे से एक सोता निकलकर पूर्व ओर बह रहा था। भवन का द्वार तो पूर्वमुखी था, और सोता भवन के पूर्व और वेदी के दक्खिन, नीचे से निकलता था।
Ezekiel 17:23
अर्थात इस्राएल के ऊंचे पर्वत पर लगाऊंगा; सो वह डालियां फोड़कर बलवन्त और उत्तम देवदार बन जाएगा, और उसके नीचे अर्थात उसकी डालियों की छाया में भांति भांति के सब पक्षी बसेरा करेंगे।
Isaiah 2:2
अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लागे धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगें।
Psalm 104:12
उनके पास आकाश के पक्षी बसेरा करते, और डालियों के बीच में से बोलते हैं।
Psalm 72:16
देश में पहाड़ों की चोटियों पर बहुत सा अन्न होगा; जिसकी बालें लबानोन के देवदारों की नाईं झूमेंगी; और नगर के लोग घास की नाईं लहलहाएंगे।
Revelation 11:15
और जब सातवें दूत ने तुरही फूंकी, तो स्वर्ग में इस विषय के बड़े बड़े शब्द होने लगे कि जगत का राज्य हमारे प्रभु का, और उसके मसीह का हो गया।