Numbers 11:1
फिर वे लोग बुड़बुड़ाने और यहोवा के सुनते बुरा कहने लगे; निदान यहोवा ने सुना, और उसका कोप भड़क उठा, और यहोवा की आग उनके मध्य जल उठी, और छावनी के एक किनारे से भस्म करने लगी।
And when the people | וַיְהִ֤י | wayhî | vai-HEE |
complained, | הָעָם֙ | hāʿām | ha-AM |
displeased it | כְּמִתְאֹ֣נְנִ֔ים | kĕmitʾōnĕnîm | keh-meet-OH-neh-NEEM |
רַ֖ע | raʿ | ra | |
the Lord: | בְּאָזְנֵ֣י | bĕʾoznê | beh-oze-NAY |
Lord the and | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
heard | וַיִּשְׁמַ֤ע | wayyišmaʿ | va-yeesh-MA |
it; and his anger | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
was kindled; | וַיִּ֣חַר | wayyiḥar | va-YEE-hahr |
fire the and | אַפּ֔וֹ | ʾappô | AH-poh |
of the Lord | וַתִּבְעַר | wattibʿar | va-teev-AR |
burnt | בָּם֙ | bām | bahm |
consumed and them, among | אֵ֣שׁ | ʾēš | aysh |
parts uttermost the in were that them | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
of the camp. | וַתֹּ֖אכַל | wattōʾkal | va-TOH-hahl |
בִּקְצֵ֥ה | biqṣē | beek-TSAY | |
הַֽמַּחֲנֶֽה׃ | hammaḥăne | HA-ma-huh-NEH |