Philippians 2:3 in Hindi

Hindi Hindi Bible Philippians Philippians 2 Philippians 2:3

Philippians 2:3
विरोध या झूठी बड़ाई के लिये कुछ न करो पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो।

Philippians 2:2Philippians 2Philippians 2:4

Philippians 2:3 in Other Translations

King James Version (KJV)
Let nothing be done through strife or vainglory; but in lowliness of mind let each esteem other better than themselves.

American Standard Version (ASV)
`doing' nothing through faction or through vainglory, but in lowliness of mind each counting other better than himself;

Bible in Basic English (BBE)
Doing nothing through envy or through pride, but with low thoughts of self let everyone take others to be better than himself;

Darby English Bible (DBY)
[let] nothing [be] in the spirit of strife or vain glory, but, in lowliness of mind, each esteeming the other as more excellent than themselves;

World English Bible (WEB)
doing nothing through rivalry or through conceit, but in humility, each counting others better than himself;

Young's Literal Translation (YLT)
nothing in rivalry or vain-glory, but in humility of mind one another counting more excellent than yourselves --

Let
nothing
μηδὲνmēdenmay-THANE
be
done
through
κατὰkataka-TA
strife
ἐριθείανeritheianay-ree-THEE-an
or
ēay
vainglory;
κενοδοξίανkenodoxiankay-noh-thoh-KSEE-an
but
ἀλλὰallaal-LA

of
lowliness
in
τῇtay
mind
ταπεινοφροσύνῃtapeinophrosynēta-pee-noh-froh-SYOO-nay
let
each
other
ἀλλήλουςallēlousal-LAY-loos
esteem
ἡγούμενοιhēgoumenoiay-GOO-may-noo
better
ὑπερέχονταςhyperechontasyoo-pare-A-hone-tahs
than
themselves.
ἑαυτῶνheautōnay-af-TONE

Cross Reference

Romans 12:10
भाईचारे के प्रेम से एक दूसरे पर दया रखो; परस्पर आदर करने में एक दूसरे से बढ़ चलो।

Ephesians 4:2
अर्थात सारी दीनता और नम्रता सहित, और धीरज धरकर प्रेम से एक दूसरे की सह लो।

Galatians 5:26
हम घमण्डी होकर न एक दूसरे को छेड़ें, और न एक दूसरे से डाह करें।

Ephesians 5:21
और मसीह के भय से एक दूसरे के आधीन रहो॥

1 Peter 5:5
हे नवयुवकों, तुम भी प्राचीनों के आधीन रहो, वरन तुम सब के सब एक दूसरे की सेवा के लिये दीनता से कमर बान्धे रहो, क्योंकि परमेश्वर अभिमानियों का साम्हना करता है, परन्तु दीनों पर अनुग्रह करता है।

1 Timothy 6:4
तो वह अभिमानी हो गया, और कुछ नहीं जानता, वरन उसे विवाद और शब्दों पर तर्क करने का रोग है, जिन से डाह, और झगड़े, और निन्दा की बातें, और बुरे बुरे सन्देह।

James 3:14
पर यदि तुम अपने अपने मन में कड़वी डाह और विरोध रखते हो, तो सत्य के विरोध में घमण्ड न करना, और न तो झूठ बोलना।

Galatians 5:15
पर यदि तुम एक दूसरे को दांत से काटते और फाड़ खाते हो, तो चौकस रहो, कि एक दूसरे का सत्यानाश न कर दो॥

Luke 18:14
मैं तुम से कहता हूं, कि वह दूसरा नहीं; परन्तु यही मनुष्य धर्मी ठहराया जाकर अपने घर गया; क्योंकि जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह छोटा किया जाएगा; और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा॥

James 4:5
क्या तुम यह समझते हो, कि पवित्र शास्त्र व्यर्थ कहता है जिस आत्मा को उस ने हमारे भीतर बसाया है, क्या वह ऐसी लालसा करता है, जिस का प्रतिफल डाह हो?

Colossians 3:8
पर अब तुम भी इन सब को अर्थात क्रोध, रोष, बैरभाव, निन्दा, और मुंह से गालियां बकना ये सब बातें छोड़ दो।

1 Corinthians 3:3
क्योंकि अब तक शारीरिक हो, इसलिये, कि जब तुम में डाह और झगड़ा है, तो क्या तुम शारीरिक नहीं? और मनुष्य की रीति पर नहीं चलते?

Proverbs 13:10
झगड़े रगड़े केवल अंहकार ही से होते हैं, परन्तु जो लोग सम्मति मानते हैं, उनके पास बुद्धि रहती है।

1 Peter 2:1
इसलिये सब प्रकार का बैर भाव और छल और कपट और डाह और बदनामी को दूर करके।

Philippians 2:14
सब काम बिना कुड़कुड़ाए और बिना विवाद के किया करो।

Philippians 1:15
कितने तो डाह और झगड़े के कारण मसीह का प्रचार करते हैं और कितने भली मनसा से।

1 Corinthians 15:9
क्योंकि मैं प्रेरितों में सब से छोटा हूं, वरन प्रेरित कहलाने के योग्य भी नहीं, क्योंकि मैं ने परमेश्वर की कलीसिया को सताया था।

Luke 14:7
जब उस ने देखा, कि नेवताहारी लोग क्योंकर मुख्य मुख्य जगहें चुन लेते हैं तो एक दृष्टान्त देकर उन से कहा।

Galatians 5:20
मूर्ति पूजा, टोना, बैर, झगड़ा, ईर्ष्या, क्रोध, विरोध, फूट, विधर्म।

2 Corinthians 12:20
क्योंकि मुझे डर है, कहीं ऐसा न हो, कि मैं आकर जैसे चाहता हूं, वैसे तुम्हें न पाऊं; और मुझे भी जैसा तुम नहीं चाहते वैसा ही पाओ, कि तुम में झगड़ा, डाह, क्रोध, विरोध, ईर्ष्या, चुगली, अभिमान और बखेड़े हों।

Romans 13:13
जैसा दिन को सोहता है, वैसा ही हम सीधी चाल चलें; न कि लीला क्रीड़ा, और पियक्कड़पन, न व्यभिचार, और लुचपन में, और न झगड़े और डाह में।