Proverbs 16:10
राजा के मुंह से दैवी वाणी निकलती है, न्याय करने में उस से चूक नहीं होती।
A divine sentence | קֶ֤סֶם׀ | qesem | KEH-sem |
is in | עַֽל | ʿal | al |
the lips | שִׂפְתֵי | śiptê | seef-TAY |
king: the of | מֶ֑לֶךְ | melek | MEH-lek |
his mouth | בְּ֝מִשְׁפָּ֗ט | bĕmišpāṭ | BEH-meesh-PAHT |
transgresseth | לֹ֣א | lōʾ | loh |
not | יִמְעַל | yimʿal | yeem-AL |
in judgment. | פִּֽיו׃ | pîw | peev |