Psalm 107:11 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 107 Psalm 107:11

Psalm 107:11
इसलिये कि वे ईश्वर के वचनों के विरुद्ध चले, और परमप्रधान की सम्मति को तुच्छ जाना।

Psalm 107:10Psalm 107Psalm 107:12

Psalm 107:11 in Other Translations

King James Version (KJV)
Because they rebelled against the words of God, and contemned the counsel of the most High:

American Standard Version (ASV)
Because they rebelled against the words of God, And contemned the counsel of the Most High:

Bible in Basic English (BBE)
Because they went against the words of God, and gave no thought to the laws of the Most High:

Darby English Bible (DBY)
Because they had rebelled against the words of ùGod, and had despised the counsel of the Most High; ...

World English Bible (WEB)
Because they rebelled against the words of God, And condemned the counsel of the Most High.

Young's Literal Translation (YLT)
Because they changed the saying of God, And the counsel of the Most High despised.

Because
כִּֽיkee
they
rebelled
against
הִמְר֥וּhimrûheem-ROO
the
words
אִמְרֵיʾimrêeem-RAY
of
God,
אֵ֑לʾēlale
contemned
and
וַעֲצַ֖תwaʿăṣatva-uh-TSAHT
the
counsel
עֶלְי֣וֹןʿelyônel-YONE
of
the
most
High:
נָאָֽצוּ׃nāʾāṣûna-ah-TSOO

Cross Reference

Luke 7:30
पर फरीसियों और व्यवस्थापकों ने उस से बपतिस्मा न लेकर परमेश्वर की मनसा को अपने विषय में टाल दिया।

Proverbs 1:25
वरन तुम ने मेरी सारी सम्मति को अनसुनी किया, और मेरी ताड़ना का मूल्य न जाना;

Psalm 106:43
बारम्बार उसने उन्हें छुड़ाया, परन्तु वे उसके विरुद्ध युक्ति करते गए, और अपने अधर्म के कारण दबते गए।

Psalm 106:7
मिस्त्र में हमारे पुरखाओं ने तेरे आश्चर्यकर्मों पर मन नहीं लगाया, न तेरी अपार करूणा को स्मरण रखा; उन्होंने समुद्र के तीर पर, अर्थात लाल समुद्र के तीर पर बलवा किया।

Psalm 73:24
तू सम्मति देता हुआ, मेरी अगुवाई करेगा, और तब मेरी महिमा करके मुझ को अपने पास रखेगा।

Lamentations 3:39
सो जीवित मनुष्य क्यों कुड़कुड़ाए? और पुरुष अपने पाप के दण्ड को क्यों बुरा माने?

Lamentations 5:15
हमारे मन का हर्ष जाता रहा, हमारा नाचना विलाप में बदल गया है।

Luke 16:14
फरीसी जो लोभी थे, ये सब बातें सुन कर उसे ठट्ठों में उड़ाने लगे।

Acts 20:27
क्योंकि मैं परमेश्वर की सारी मनसा को तुम्हें पूरी रीति से बनाने से न झिझका।

Romans 1:28
और जब उन्होंने परमेश्वर को पहिचानना न चाहा, इसलिये परमेश्वर ने भी उन्हें उन के निकम्मे मन पर छोड़ दिया; कि वे अनुचित काम करें।

Jeremiah 44:16
जो वचन तू ने हम को यहोवा के नाम से सुनाया है, उसको हम नहीं सुनने के।

Isaiah 63:10
तौभी उन्होंने बलवा किया और उसके पवित्र आत्मा को खेदित किया; इस कारण वह पलट कर उनका शत्रु हो गया, और स्वयं उन से लड़ने लगा।

Isaiah 5:19
जो कहते हैं, वह फुर्ती करे और अपने काम को शीघ्र करे कि हम उसको देखें; और इस्राएल के पवित्र की युक्ति प्रगट हो, वह निकट आए कि हम उसको समझें!

2 Chronicles 25:15
तब यहोवा का क्रोध अमस्याह पर भड़क उठा और उसने उसके पास एक नबी भेजा जिसने उस से कहा, जो देवता अपने लोगों को तेरे हाथ से बचा न सके, उनकी खोज में तू क्यों लगा है?

2 Chronicles 33:10
और यहोवा ने मनश्शे और उसकी प्रजा से बातें कीं, परन्तु उन्होंने कुछ ध्यान नहीं दिया।

2 Chronicles 36:16
परन्तु वे परमेश्वर के दूतों को ठट्ठों में उड़ाते, उस के वचनों को तुच्छ जानते, और उसके नबियों की हंसी करते थे। निदान यहोवा अपनी प्रजा पर ऐसा झुंझला उठा, कि बचने का कोई उपाय न रहा।

Psalm 68:6
परमेश्वर अनाथों का घर बसाता है; और बन्धुओं को छुड़ाकर भाग्यवान करता है; परन्तु हठीलों को सूखी भूमि पर रहना पड़ता है॥

Psalm 68:18
तू ऊंचे पर चढ़ा, तू लोगों को बन्धुवाई में ले गया; तू ने मनुष्यों से, वरन हठीले मनुष्यों से भी भेंटें लीं, जिस से याह परमेश्वर उन में वास करे॥

Psalm 78:40
उन्होंने कितनी ही बार जंगल में उससे बलवा किया, और निर्जल देश में उसको उदास किया!

Psalm 113:7
वह कंगाल को मिट्टी पर से, और दरिद्र को घूरे पर से उठा कर ऊंचा करता है,

Psalm 119:24
तेरी चितौनियां मेरा सुखमूल और मेरे मन्त्री हैं॥

Proverbs 1:30
उन्होंने मेरी सम्मति न चाही वरन मेरी सब ताड़नाओं को तुच्छ जाना।

1 Samuel 2:5
जो पेट भरते थे उन्हें रोटी के लिये मजदूरी करनी पड़ी, जो भूखे थे वे फिर ऐसे न रहे। वरन जो बांझ थी उसके सात हुए, और अनेक बालकों की माता घुलती जाती है।