Psalm 77:4
तू मुझे झपक्की लगने नहीं देता; मैं ऐसा घबराया हूं कि मेरे मुंह से बात नहीं निकलती॥
Thou holdest | אָ֭חַזְתָּ | ʾāḥaztā | AH-hahz-ta |
mine eyes | שְׁמֻר֣וֹת | šĕmurôt | sheh-moo-ROTE |
waking: | עֵינָ֑י | ʿênāy | ay-NAI |
troubled so am I | נִ֝פְעַ֗מְתִּי | nipʿamtî | NEEF-AM-tee |
that I cannot | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
speak. | אֲדַבֵּֽר׃ | ʾădabbēr | uh-da-BARE |