Romans 6:16
क्या तुम नहीं जानते, कि जिस की आज्ञा मानने के लिये तुम अपने आप को दासों की नाईं सौंप देते हो, उसी के दास हो: और जिस की मानते हो, चाहे पाप के, जिस का अन्त मृत्यु है, चाहे आज्ञा मानने के, जिस का अन्त धामिर्कता है
Know ye | οὐκ | ouk | ook |
not, | οἴδατε | oidate | OO-tha-tay |
that | ὅτι | hoti | OH-tee |
to whom | ᾧ | hō | oh |
yield ye | παριστάνετε | paristanete | pa-ree-STA-nay-tay |
yourselves | ἑαυτοὺς | heautous | ay-af-TOOS |
servants | δούλους | doulous | THOO-loos |
to | εἰς | eis | ees |
obey, | ὑπακοήν | hypakoēn | yoo-pa-koh-ANE |
his servants | δοῦλοί | douloi | THOO-LOO |
are ye | ἐστε | este | ay-stay |
to whom | ᾧ | hō | oh |
ye obey; | ὑπακούετε | hypakouete | yoo-pa-KOO-ay-tay |
whether | ἤτοι | ētoi | A-too |
sin of | ἁμαρτίας | hamartias | a-mahr-TEE-as |
unto | εἰς | eis | ees |
death, | θάνατον | thanaton | THA-na-tone |
or | ἢ | ē | ay |
of obedience | ὑπακοῆς | hypakoēs | yoo-pa-koh-ASE |
unto | εἰς | eis | ees |
righteousness? | δικαιοσύνην | dikaiosynēn | thee-kay-oh-SYOO-nane |