Solomon 7:6 in Hindi

Hindi Hindi Bible Song of Solomon Song of Solomon 7 Song of Solomon 7:6

Song Of Solomon 7:6
हे प्रिय और मनभावनी कुमारी, तू कैसी सुन्दर और कैसी मनोहर है!

Song Of Solomon 7:5Song Of Solomon 7Song Of Solomon 7:7

Song Of Solomon 7:6 in Other Translations

King James Version (KJV)
How fair and how pleasant art thou, O love, for delights!

American Standard Version (ASV)
How fair and how pleasant art thou, O love, for delights!

Bible in Basic English (BBE)
How beautiful and how sweet you are, O love, for delight.

Darby English Bible (DBY)
How fair and how pleasant art thou, [my] love, in delights!

World English Bible (WEB)
How beautiful and how pleasant are you, Love, for delights!

Young's Literal Translation (YLT)
How fair and how pleasant hast thou been, O love, in delights.

How
מַהmama
fair
יָּפִית֙yāpîtya-FEET
and
how
וּמַהûmaoo-MA
pleasant
נָּעַ֔מְתְּnāʿamĕtna-AH-met
love,
O
thou,
art
אַהֲבָ֖הʾahăbâah-huh-VA
for
delights!
בַּתַּֽעֲנוּגִֽים׃battaʿănûgîmba-TA-uh-noo-ɡEEM

Cross Reference

Song of Solomon 1:15
तू सुन्दरी है, हे मेरी प्रिय, तू सुन्दरी है; तेरी आंखें कबूतरी की सी हैं।

Song of Solomon 4:10
हे मेरी बहिन, हे मेरी दुल्हिन, तेरा प्रेम क्या ही मनोहर है! तेरा प्रेम दाखमधु से क्या ही उत्तम है, और तेरे इत्रोंका सुगन्ध इस प्रकार के मसालों के सुगन्ध से!

Psalm 45:11
और राजा तेरे रूप की चाह करेगा। क्योंकि वह तो तेरा प्रभु है, तू उसे दण्डवत कर।

Song of Solomon 2:14
हे मेरी कबूतरी, पहाड़ की दरारों में और टीलों के कुज्ज में तेरा मुख मुझे देखने दे, तेरा बोल मुझे सुनने दे, क्योंकि तेरा बोल मीठा, और तेरा मुख अति सुन्दर है।

Song of Solomon 4:7
हे मेरी प्रिय तू सर्वांग सुन्दरी है; तुझ में कोई दोष नहीं।

Song of Solomon 7:10
मैं अपनी प्रेमी की हूं। और उसकी लालसा मेरी ओर नित बनी रहती है।

Isaiah 62:4
तू फिर त्यागी हुई न कहलाएगी, और तेरी भूमि फिर उजड़ी हुई न कहलाएगी; परन्तु तू हेप्सीबा और तेरी भूमि ब्यूला कहलाएगी; क्योंकि यहोवा तुझ से प्रसन्न है, और तेरी भूमि सुहागन होगी।

Zephaniah 3:17
तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे बीच में है, वह उद्धार करने में पराक्रमी है; वह तेरे कारण आनन्द से मगन होगा, वह अपने प्रेम के मारे चुपका रहेगा; फिर ऊंचे स्वर से गाता हुआ तेरे कारण मगन होगा॥