Lamentations 1:20
“हे परमप्रभु मलाई हेर्नुहोस्! म दुखमा परेकोछु! मेरो प्राण अस्वस्थ छ। मेरो हृदय अस्वस्थ छ किनभने म विद्रोही भएको छु। मेरा नानीहरू सडकमा तरवारले काटिएर मारिए। घर भित्र मृत्युशोक व्याप्त छ।
Behold, | רְאֵ֨ה | rĕʾē | reh-A |
O Lord; | יְהוָ֤ה | yĕhwâ | yeh-VA |
for | כִּֽי | kî | kee |
I am in distress: | צַר | ṣar | tsahr |
bowels my | לִי֙ | liy | lee |
are troubled; | מֵעַ֣י | mēʿay | may-AI |
mine heart | חֳמַרְמָ֔רוּ | ḥŏmarmārû | hoh-mahr-MA-roo |
is turned | נֶהְפַּ֤ךְ | nehpak | neh-PAHK |
within | לִבִּי֙ | libbiy | lee-BEE |
me; for | בְּקִרְבִּ֔י | bĕqirbî | beh-keer-BEE |
I have grievously | כִּ֥י | kî | kee |
rebelled: | מָר֖וֹ | mārô | ma-ROH |
abroad | מָרִ֑יתִי | mārîtî | ma-REE-tee |
sword the | מִח֥וּץ | miḥûṣ | mee-HOOTS |
bereaveth, | שִׁכְּלָה | šikkĕlâ | shee-keh-LA |
at home | חֶ֖רֶב | ḥereb | HEH-rev |
there is as death. | בַּבַּ֥יִת | babbayit | ba-BA-yeet |
כַּמָּֽוֶת׃ | kammāwet | ka-MA-vet |