2 इतिहास 33:19
मनश्शेको प्रार्थना परमेश्वरले कसरी सुनीदिनु भयो अनि तिनी प्रती दुःखित हुनु भयो, सो “दर्शीहरूको पुस्तकमा” लेखिएको छ। मनश्शेका तिनी स्वयं विनम्र हुनु भन्दा अघिका पापहरू र गल्तीहरू, ती स्थानहरू जहाँ तिनले उच्च स्थानहरू निर्माण गरेका थिए अनि अशेरा स्तम्भहरू स्थापित गरेका थिए सो पनि “दर्शीहरूको पुस्तकमा” लेखिएका छन्।
His prayer | וּתְפִלָּת֣וֹ | ûtĕpillātô | oo-teh-fee-la-TOH |
intreated was God how and also, | וְהֵֽעָתֶר | wĕhēʿāter | veh-HAY-ah-ter |
of him, and all | לוֹ֮ | lô | loh |
sin, his | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
and his trespass, | חַטָּאת֣וֹ | ḥaṭṭāʾtô | ha-ta-TOH |
places the and | וּמַעְלוֹ֒ | ûmaʿlô | oo-ma-LOH |
wherein | וְהַמְּקֹמ֗וֹת | wĕhammĕqōmôt | veh-ha-meh-koh-MOTE |
he built | אֲשֶׁר֩ | ʾăšer | uh-SHER |
places, high | בָּנָ֨ה | bānâ | ba-NA |
and set up | בָהֶ֤ם | bāhem | va-HEM |
groves | בָּמוֹת֙ | bāmôt | ba-MOTE |
images, graven and | וְהֶֽעֱמִיד֙ | wĕheʿĕmîd | veh-heh-ay-MEED |
before | הָֽאֲשֵׁרִ֣ים | hāʾăšērîm | ha-uh-shay-REEM |
humbled: was he | וְהַפְּסִלִ֔ים | wĕhappĕsilîm | veh-ha-peh-see-LEEM |
behold, | לִפְנֵ֖י | lipnê | leef-NAY |
they are written | הִכָּֽנְע֑וֹ | hikkānĕʿô | hee-ka-neh-OH |
among | הִנָּ֣ם | hinnām | hee-NAHM |
the sayings | כְּתוּבִ֔ים | kĕtûbîm | keh-too-VEEM |
of the seers. | עַ֖ל | ʿal | al |
דִּבְרֵ֥י | dibrê | deev-RAY | |
חוֹזָֽי׃ | ḥôzāy | hoh-ZAI |