उत्पत्ति 41:52
तिनले आफ्नो दोस्रो छोरोको नाउँ एप्रैम राखे। तिनले उसको नाउँ यस्तो राखेको कारण बताए, “परमेश्वरले मलाई सफल तुल्याउनु भयो, जुन ठाउँमा मैले कष्ट भोगें।”अनिकालको समय शुरू हुन्छ
And the name | וְאֵ֛ת | wĕʾēt | veh-ATE |
of the second | שֵׁ֥ם | šēm | shame |
called | הַשֵּׁנִ֖י | haššēnî | ha-shay-NEE |
Ephraim: he | קָרָ֣א | qārāʾ | ka-RA |
For | אֶפְרָ֑יִם | ʾeprāyim | ef-RA-yeem |
God | כִּֽי | kî | kee |
fruitful be to me caused hath | הִפְרַ֥נִי | hipranî | heef-RA-nee |
in the land | אֱלֹהִ֖ים | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
of my affliction. | בְּאֶ֥רֶץ | bĕʾereṣ | beh-EH-rets |
עָנְיִֽי׃ | ʿonyî | one-YEE |