यहोशू 20:4
“त्यस मानिसले जे गर्नुपर्छ त्यो यो हो। जब त्यो भागेर ती शहरहरू मध्ये एउटामा जान्छ। त्यो त्यस शहरको प्रवेश द्वारमा रोकिएर उभिनु पर्छ अनि मानिसहरूका अगुवाहरूलाई भन्नु पर्छ के भएको थियो। तब अगुवाहरूले त्यसलाई शहरमा प्रवेश गर्न दिने छन्। त्यसलाई तिनीहरूँगै बस्न दिऊन्।
And when he that doth flee | וְנָ֞ס | wĕnās | veh-NAHS |
unto | אֶל | ʾel | el |
one | אַחַ֣ת׀ | ʾaḥat | ah-HAHT |
of those | מֵהֶֽעָרִ֣ים | mēheʿārîm | may-heh-ah-REEM |
cities | הָאֵ֗לֶּה | hāʾēlle | ha-A-leh |
shall stand | וְעָמַד֙ | wĕʿāmad | veh-ah-MAHD |
entering the at | פֶּ֚תַח | petaḥ | PEH-tahk |
of the gate | שַׁ֣עַר | šaʿar | SHA-ar |
of the city, | הָעִ֔יר | hāʿîr | ha-EER |
declare shall and | וְדִבֶּ֛ר | wĕdibber | veh-dee-BER |
בְּאָזְנֵ֛י | bĕʾoznê | beh-oze-NAY | |
his cause | זִקְנֵ֥י | ziqnê | zeek-NAY |
ears the in | הָעִֽיר | hāʿîr | ha-EER |
of the elders | הַהִ֖יא | hahîʾ | ha-HEE |
of that | אֶת | ʾet | et |
city, | דְּבָרָ֑יו | dĕbārāyw | deh-va-RAV |
take shall they | וְאָֽסְפ֨וּ | wĕʾāsĕpû | veh-ah-seh-FOO |
him into the city | אֹת֤וֹ | ʾōtô | oh-TOH |
give and them, unto | הָעִ֙ירָה֙ | hāʿîrāh | ha-EE-RA |
אֲלֵיהֶ֔ם | ʾălêhem | uh-lay-HEM | |
him a place, | וְנָֽתְנוּ | wĕnātĕnû | veh-NA-teh-noo |
dwell may he that | ל֥וֹ | lô | loh |
among | מָק֖וֹם | māqôm | ma-KOME |
them. | וְיָשַׁ֥ב | wĕyāšab | veh-ya-SHAHV |
עִמָּֽם׃ | ʿimmām | ee-MAHM |