Genesis 3:12
ମନୁଷ୍ଯ ଉତ୍ତର ଦଲୋ, ତୁମ୍ଭେ ମାେ ପାଇଁ ଯେଉଁ ସ୍ତ୍ରୀ ତିଆରି କରିଥିଲ ସେ ମାେତେ ସହେି ଫଳ ଖାଇବାକୁ ଦଲୋ। ତେଣୁ ମୁଁ ତାହା ଖାଇଲି।
Cross Reference
Exodus 25:20
और उन करूबों के पंख ऊपर से ऐसे फैले हुए बनें कि प्रायश्चित्त का ढकना उन से ढंपा रहे, और उनके मुख आम्हने-साम्हने और प्रायश्चित्त के ढकने की ओर रहें।
Exodus 37:9
और करूबों के पंख ऊपर से फैले हुए बने, और उन पंखों से प्रायश्चित्त का ढकना ढपा हुआ बना, और उनके मुख आम्हने-साम्हने और प्रायश्चित्त के ढकने की ओर किए हुए बने॥
2 Chronicles 5:8
सन्दूक के स्थान के ऊपर करूब तो पंख फैलाए हुए थे, जिससे वे ऊपर से सन्दूक और उसके डणडों को ढांपे थे।
1 Kings 8:7
करूब तो सन्दूक के स्थान के ऊपर पंख ऐसे फैलाए हुए थे, कि वे ऊपर से सन्दूक और उसके डंडों को ढांके थे।
2 Chronicles 3:11
करूबों के पंख तो सब मिलकर बीस हाथ लम्बे थे, अर्थात एक करूब का एक पंख पांच हाथ का और भवन की भीत तक पहुंचा हुआ था; और उसका दूसरा पंख पांच हाथ का था और दूसरे करूब के पंख से मिला हुआ था।
And the man | וַיֹּ֖אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
said, | הָֽאָדָ֑ם | hāʾādām | ha-ah-DAHM |
woman The | הָֽאִשָּׁה֙ | hāʾiššāh | ha-ee-SHA |
whom | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
thou gavest | נָתַ֣תָּה | nātattâ | na-TA-ta |
me, with be to | עִמָּדִ֔י | ʿimmādî | ee-ma-DEE |
she | הִ֛וא | hiw | heev |
gave | נָֽתְנָה | nātĕnâ | NA-teh-na |
me of | לִּ֥י | lî | lee |
tree, the | מִן | min | meen |
and I did eat. | הָעֵ֖ץ | hāʿēṣ | ha-AYTS |
וָאֹכֵֽל׃ | wāʾōkēl | va-oh-HALE |
Cross Reference
Exodus 25:20
और उन करूबों के पंख ऊपर से ऐसे फैले हुए बनें कि प्रायश्चित्त का ढकना उन से ढंपा रहे, और उनके मुख आम्हने-साम्हने और प्रायश्चित्त के ढकने की ओर रहें।
Exodus 37:9
और करूबों के पंख ऊपर से फैले हुए बने, और उन पंखों से प्रायश्चित्त का ढकना ढपा हुआ बना, और उनके मुख आम्हने-साम्हने और प्रायश्चित्त के ढकने की ओर किए हुए बने॥
2 Chronicles 5:8
सन्दूक के स्थान के ऊपर करूब तो पंख फैलाए हुए थे, जिससे वे ऊपर से सन्दूक और उसके डणडों को ढांपे थे।
1 Kings 8:7
करूब तो सन्दूक के स्थान के ऊपर पंख ऐसे फैलाए हुए थे, कि वे ऊपर से सन्दूक और उसके डंडों को ढांके थे।
2 Chronicles 3:11
करूबों के पंख तो सब मिलकर बीस हाथ लम्बे थे, अर्थात एक करूब का एक पंख पांच हाथ का और भवन की भीत तक पहुंचा हुआ था; और उसका दूसरा पंख पांच हाथ का था और दूसरे करूब के पंख से मिला हुआ था।