1 Chronicles 12:17
उन से मिलने को दाऊद निकला और उन से कहा, यदि तुम मेरे पास मित्रभाव से मेरी सहायता करने को आए हो, तब तो मेरा मन तुम से लगा रहेगा; परन्तु जो तुम मुझे धोखा देकर मेरे शत्रुओं के हाथ पकड़वाने आए हो, तो हमारे पितरों का परमेश्वर इस पर दृष्टि कर के डांटे, क्योंकि मेरे हाथ से कोई उपद्रव नहीं हुआ।
And David | וַיֵּצֵ֣א | wayyēṣēʾ | va-yay-TSAY |
went out | דָוִיד֮ | dāwîd | da-VEED |
to meet | לִפְנֵיהֶם֒ | lipnêhem | leef-nay-HEM |
answered and them, | וַיַּ֙עַן֙ | wayyaʿan | va-YA-AN |
and said | וַיֹּ֣אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
unto them, If | לָהֶ֔ם | lāhem | la-HEM |
come be ye | אִם | ʾim | eem |
peaceably | לְשָׁל֞וֹם | lĕšālôm | leh-sha-LOME |
unto me | בָּאתֶ֤ם | bāʾtem | ba-TEM |
to help | אֵלַי֙ | ʾēlay | ay-LA |
heart mine me, | לְעָזְרֵ֔נִי | lĕʿozrēnî | leh-oze-RAY-nee |
shall be | יִֽהְיֶה | yihĕye | YEE-heh-yeh |
knit | לִּ֧י | lî | lee |
unto | עֲלֵיכֶ֛ם | ʿălêkem | uh-lay-HEM |
if but you: | לֵבָ֖ב | lēbāb | lay-VAHV |
ye be come to betray | לְיָ֑חַד | lĕyāḥad | leh-YA-hahd |
enemies, mine to me | וְאִֽם | wĕʾim | veh-EEM |
seeing there is no | לְרַמּוֹתַ֣נִי | lĕrammôtanî | leh-ra-moh-TA-nee |
wrong | לְצָרַ֗י | lĕṣāray | leh-tsa-RAI |
in mine hands, | בְּלֹ֤א | bĕlōʾ | beh-LOH |
the God | חָמָס֙ | ḥāmās | ha-MAHS |
fathers our of | בְּכַפַּ֔י | bĕkappay | beh-ha-PAI |
look | יֵ֛רֶא | yēreʾ | YAY-reh |
thereon, and rebuke | אֱלֹהֵ֥י | ʾĕlōhê | ay-loh-HAY |
it. | אֲבוֹתֵ֖ינוּ | ʾăbôtênû | uh-voh-TAY-noo |
וְיוֹכַֽח׃ | wĕyôkaḥ | veh-yoh-HAHK |