1 इतिहास 19:2
तब दाऊद ने यह सोचा, कि हानून के पिता नाहाश ने जो मुझ पर प्रीति दिखाई थी, इसलिये मैं भी उस पर प्रीति दिखाऊंगा। तब दाऊद ने उसके पिता के विषय शांति देने के लिये दूत भेजे। और दाऊद के कर्मचारी अम्मोनियों के देश में हानून के पास उसे शांति देने को आए।
And David | וַיֹּ֨אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
said, | דָּוִ֜יד | dāwîd | da-VEED |
I will shew | אֶֽעֱשֶׂה | ʾeʿĕśe | EH-ay-seh |
kindness | חֶ֣סֶד׀ | ḥesed | HEH-sed |
unto | עִם | ʿim | eem |
Hanun | חָנ֣וּן | ḥānûn | ha-NOON |
the son | בֶּן | ben | ben |
Nahash, of | נָחָ֗שׁ | nāḥāš | na-HAHSH |
because | כִּֽי | kî | kee |
his father | עָשָׂ֨ה | ʿāśâ | ah-SA |
shewed | אָבִ֤יו | ʾābîw | ah-VEEOO |
kindness | עִמִּי֙ | ʿimmiy | ee-MEE |
to | חֶ֔סֶד | ḥesed | HEH-sed |
me. And David | וַיִּשְׁלַ֥ח | wayyišlaḥ | va-yeesh-LAHK |
sent | דָּוִ֛יד | dāwîd | da-VEED |
messengers | מַלְאָכִ֖ים | malʾākîm | mahl-ah-HEEM |
comfort to | לְנַֽחֲמ֣וֹ | lĕnaḥămô | leh-na-huh-MOH |
him concerning | עַל | ʿal | al |
his father. | אָבִ֑יו | ʾābîw | ah-VEEOO |
servants the So | וַיָּבֹאוּ֩ | wayyābōʾû | va-ya-voh-OO |
of David | עַבְדֵ֨י | ʿabdê | av-DAY |
came | דָוִ֜יד | dāwîd | da-VEED |
into | אֶל | ʾel | el |
land the | אֶ֧רֶץ | ʾereṣ | EH-rets |
of the children | בְּנֵֽי | bĕnê | beh-NAY |
Ammon of | עַמּ֛וֹן | ʿammôn | AH-mone |
to | אֶל | ʾel | el |
Hanun, | חָנ֖וּן | ḥānûn | ha-NOON |
to comfort | לְנַֽחֲמֽוֹ׃ | lĕnaḥămô | leh-NA-huh-MOH |