यशायाह 2:4
वह जाति जाति का न्याय करेगा, और देश देश के लोगों के झगड़ों को मिटाएगा; और वे अपनी तलवारें पीट कर हल के फाल और अपने भालों को हंसिया बनाएंगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध फिर तलवार न चलाएगी, न लोग भविष्य में युद्ध की विद्या सीखेंगे॥
And he shall judge | וְשָׁפַט֙ | wĕšāpaṭ | veh-sha-FAHT |
among | בֵּ֣ין | bên | bane |
nations, the | הַגּוֹיִ֔ם | haggôyim | ha-ɡoh-YEEM |
and shall rebuke | וְהוֹכִ֖יחַ | wĕhôkîaḥ | veh-hoh-HEE-ak |
many | לְעַמִּ֣ים | lĕʿammîm | leh-ah-MEEM |
people: | רַבִּ֑ים | rabbîm | ra-BEEM |
and they shall beat | וְכִתְּת֨וּ | wĕkittĕtû | veh-hee-teh-TOO |
swords their | חַרְבוֹתָ֜ם | ḥarbôtām | hahr-voh-TAHM |
into plowshares, | לְאִתִּ֗ים | lĕʾittîm | leh-ee-TEEM |
spears their and | וַחֲנִיתֽוֹתֵיהֶם֙ | waḥănîtôtêhem | va-huh-nee-toh-tay-HEM |
into pruninghooks: | לְמַזְמֵר֔וֹת | lĕmazmērôt | leh-mahz-may-ROTE |
nation | לֹא | lōʾ | loh |
shall not | יִשָּׂ֨א | yiśśāʾ | yee-SA |
lift up | ג֤וֹי | gôy | ɡoy |
sword | אֶל | ʾel | el |
against | גּוֹי֙ | gôy | ɡoh |
nation, | חֶ֔רֶב | ḥereb | HEH-rev |
neither | וְלֹא | wĕlōʾ | veh-LOH |
shall they learn | יִלְמְד֥וּ | yilmĕdû | yeel-meh-DOO |
war | ע֖וֹד | ʿôd | ode |
any more. | מִלְחָמָֽה׃ | milḥāmâ | meel-ha-MA |