Isaiah 42:22
परन्तु ये लोग लुट गए हैं, ये सब के सब गड़हियों में फंसे हुए और काल कोठरियों में बन्द किए हुए हैं; ये पकड़े गए और कोई इन्हें नहीं छुड़ाता; ये लुट गए और कोई आज्ञा नहीं देता कि फेर दो।
Isaiah 42:22 in Other Translations
King James Version (KJV)
But this is a people robbed and spoiled; they are all of them snared in holes, and they are hid in prison houses: they are for a prey, and none delivereth; for a spoil, and none saith, Restore.
American Standard Version (ASV)
But this is a people robbed and plundered; they are all of them snared in holes, and they are hid in prison-houses: they are for a prey, and none delivereth; for a spoil, and none saith, Restore.
Bible in Basic English (BBE)
But this is a people whose property has been taken away from them by force; they are all taken in holes, and shut up in prisons: they are made prisoners, and no one makes them free; they are taken by force and no one says, Give them back.
Darby English Bible (DBY)
But this is a people robbed and spoiled; they are all of them snared in holes, and hidden in prison-houses; they are become a prey, and none delivereth, -- a spoil, and none saith, Restore.
World English Bible (WEB)
But this is a people robbed and plundered; they are all of them snared in holes, and they are hid in prison-houses: they are for a prey, and none delivers; for a spoil, and none says, Restore.
Young's Literal Translation (YLT)
And this `is' a people seized and spoiled, Snared in holes -- all of them, And in houses of restraint they were hidden, They have been for a prey, And there is no deliverer, A spoil, and none is saying, `Restore.'
| But this | וְהוּא֮ | wĕhûʾ | veh-HOO |
| is a people | עַם | ʿam | am |
| robbed | בָּז֣וּז | bāzûz | ba-ZOOZ |
| and spoiled; | וְשָׁסוּי֒ | wĕšāsûy | veh-sha-SOO |
| all are they | הָפֵ֤חַ | hāpēaḥ | ha-FAY-ak |
| of them snared | בַּֽחוּרִים֙ | baḥûrîm | ba-hoo-REEM |
| in holes, | כֻּלָּ֔ם | kullām | koo-LAHM |
| hid are they and | וּבְבָתֵּ֥י | ûbĕbottê | oo-veh-voh-TAY |
| in prison | כְלָאִ֖ים | kĕlāʾîm | heh-la-EEM |
| houses: | הָחְבָּ֑אוּ | hoḥbāʾû | hoke-BA-oo |
| are they | הָי֤וּ | hāyû | ha-YOO |
| for a prey, | לָבַז֙ | lābaz | la-VAHZ |
| none and | וְאֵ֣ין | wĕʾên | veh-ANE |
| delivereth; | מַצִּ֔יל | maṣṣîl | ma-TSEEL |
| for a spoil, | מְשִׁסָּ֖ה | mĕšissâ | meh-shee-SA |
| and none | וְאֵין | wĕʾên | veh-ANE |
| saith, | אֹמֵ֥ר | ʾōmēr | oh-MARE |
| Restore. | הָשַֽׁב׃ | hāšab | ha-SHAHV |
Cross Reference
यशायाह 14:17
जो जगत को जंगल बनाता और उसके नगरों को ढा देता था, और अपने बंधुओं को घर जाने नहीं देता था?
यशायाह 52:4
प्रभु यहोवा यों कहता है, मेरी प्रजा पहिले तो मिस्र में परदेशी हो कर रहने को गई थी, और अश्शूरियों ने भी बिना कारण उन पर अत्याचार किया।
यशायाह 56:9
हे मैदान के सब जन्तुओं, हे वन के सब पशुओं, खाने के लिये आओ।
यिर्मयाह 50:17
इस्राएल भगाई हुई भेड़ है, सिंहों ने उसको भगा दिया है। पहिले तो अश्शूर के राजा ने उसको खा डाला, और तब बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने उसकी हड्डियों को तोड़ दिया है।
यिर्मयाह 51:34
बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझ को खा लिया, मुझ को पीस डाला; उसने मुझे छूछे बर्तन के समान कर दिया, उसने मगरमच्छ की नाईं मुझ को निगल लिया है; और मुझ को स्वादिष्ट भोजन जान कर अपना पेट मुझ से भर लिया है, उसने मुझ को बरबस निकाल दिया हे।
यिर्मयाह 52:4
और उसके राजय के नौवें वर्ष के दसवें महीने के दसवें दिन को बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने अपनी सारी सेना ले कर यरूशलेम पर चढ़ाई की, और उसने उसके पास छावनी कर के उसके चारों ओर क़िला बनाया।
यिर्मयाह 52:31
फिर यहूदा के राजा यहोयाकीन की बंधुआई के सैंतीसवें वर्ष में अर्थात जिस वर्ष बाबुल का राजा एबीलमरोदक राजगद्दी पर विराजमान हुआ, उसी के बारहवें महीने के पच्चीसवें दिन को उसने यहूदा के राजा यहोयाकीन को बन्दीगृह से निकाल कर बड़ा पद दिया;
लूका 19:41
जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया।
लूका 21:20
जब तुम यरूशलेम को सेनाओं से घिरा हुआ देखो, तो जान लेना कि उसका उजड़ जाना निकट है।
यशायाह 51:23
और मैं उसे तेरे उन दु:ख देने वालों के हाथ में दूंगा, जिन्होंने तुझ से कहा, लेट जा, कि हम तुझ पर पांव धरकर आगे चलें; और तू ने औंधे मुंह गिरकर अपनी पीठ को भूमि और आगे चलने वालों के लिये सड़क बना दिया॥
यशायाह 45:13
मैं ही ने उस पुरूष को धामिर्कता से उभारा है और मैं उसके सब मार्गों को सीधा करूंगा; वह मेरे नगर को फिर बसाएगा और मेरे बंधुओं को बिना दाम या बदला लिए छुड़ा देगा, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है॥
भजन संहिता 50:22
हे ईश्वर को भूलने वालों यह बात भली भांति समझ लो, कहीं ऐसा न हो कि मैं तुम्हें फाड़ डालूं, और कोई छुड़ाने वाला न हो!
भजन संहिता 102:20
ताकि बन्धुओं का कराहना सुने, और घात होन वालों के बन्धन खोले;
यशायाह 1:7
तुम्हारा देश उजड़ा पड़ा है, तुम्हारे नगर भस्म हो गए हैं; तुम्हारे खेतों को परदेशी लोग तुम्हारे देखते ही निगल रहे हैं; वह परदेशियों से नाश किए हुए देश के समान उजाड़ है।
यशायाह 18:2
और समुद्र पर दूतों को नरकट की नावों में बैठा कर जल के मार्ग से यह कहके भेजता है, हे फुर्तीले दूतो, उस जाति के पास जाओ जिसके लोग बलिष्ट और सुन्दर हैं, जो आदि से अब तक डरावने हैं, जो मापने और रौंदने वाला भी हैं, और जिनका देश नदियों से विभाजित किया हुआ है॥
यशायाह 24:18
जो कोई भय के शब्द से भागे वह गड़हे में गिरेगा, और जो कोई गड़हे में से निकले वह फन्दे में फंसेगा। क्योंकि आकाश के झरोखे खुल जाएंगे, और पृथ्वी की नेव डोल उठेगी। पृथ्वी अत्यन्त कम्पायमान होगी।
यशायाह 24:22
वे बंधुओं की नाईं गड़हे में इकट्ठे किए जाएंगे और बन्दीगृह में बन्द किए जाएंगे; और बहुत दिनों के बाद उनकी सुधि ली जाएगी।
यशायाह 36:1
हिजकिय्याह राजा के चौदहवें वर्ष में, अश्शूर के राजा सन्हेरीब ने यहूदा के सब गढ़ वाले नगरों पर चढ़ाई कर के उन को ले लिया।
यशायाह 42:7
बंधुओं को बन्दीगृह से निकाले और जो अन्धियारे में बैठे हैं उन को काल कोठरी से निकाले।
व्यवस्थाविवरण 28:29
और जैसे अन्धा अन्धियारे में टटोलता है वैसे ही तू दिन दुपहरी में टटोलता फिरेगा, और तेरे काम काज सफल न होंगे; और तू सदैव केवल अन्धेर सहता और लुटता ही रहेगा, और तेरा कोई छुड़ाने वाला न होगा।