Isaiah 52:5
इसलिये यहोवा की यह वाणी है कि मैं अब यहां क्या करूं जब कि मेरी प्रजा सेंतमेंत हर ली गई है? यहोवा यह भी कहता है कि जो उन पर प्रभुता करते हैं वे उधम मचा रहे हैं, और, मेरे नाम कि निन्दा लगातार दिन भर होती रहती है।
Isaiah 52:5 in Other Translations
King James Version (KJV)
Now therefore, what have I here, saith the LORD, that my people is taken away for nought? they that rule over them make them to howl, saith the LORD; and my name continually every day is blasphemed.
American Standard Version (ASV)
Now therefore, what do I here, saith Jehovah, seeing that my people is taken away for nought? they that rule over them do howl, saith Jehovah, and my name continually all the day is blasphemed.
Bible in Basic English (BBE)
Now then, what have I here? says the Lord, for my people are taken away without cause; they are made waste and give cries of sorrow, says the Lord, and all the day the nations put shame on my name.
Darby English Bible (DBY)
and now, what have I here, saith Jehovah, that my people hath been taken away for nought? They that rule over them make them to howl, saith Jehovah; and continually all the day is my name scorned.
World English Bible (WEB)
Now therefore, what do I here, says Yahweh, seeing that my people is taken away for nothing? those who rule over them do howl, says Yahweh, and my name continually all the day is blasphemed.
Young's Literal Translation (YLT)
And now, what -- to Me here, An affirmation of Jehovah, That taken is My people for nought? Its rulers cause howling, -- an affirmation of Jehovah, And continually all the day My name is despised.
| Now | וְעַתָּ֤ה | wĕʿattâ | veh-ah-TA |
| therefore, what | מַה | ma | ma |
| have I here, | לִּי | lî | lee |
| saith | פֹה֙ | pōh | foh |
| the Lord, | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
| that | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| my people | כִּֽי | kî | kee |
| is taken away | לֻקַּ֥ח | luqqaḥ | loo-KAHK |
| for nought? | עַמִּ֖י | ʿammî | ah-MEE |
| over rule that they | חִנָּ֑ם | ḥinnām | hee-NAHM |
| them make them to howl, | מֹשְׁלָ֤ו | mōšĕlāw | moh-sheh-LAHV |
| saith | יְהֵילִ֙ילוּ֙ | yĕhêlîlû | yeh-hay-LEE-LOO |
| Lord; the | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
| and my name | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| continually | וְתָמִ֥יד | wĕtāmîd | veh-ta-MEED |
| every | כָּל | kāl | kahl |
| day | הַיּ֖וֹם | hayyôm | HA-yome |
| is blasphemed. | שְׁמִ֥י | šĕmî | sheh-MEE |
| מִנֹּאָֽץ׃ | minnōʾāṣ | mee-noh-ATS |
Cross Reference
रोमियो 2:24
क्योंकि तुम्हारे कारण अन्यजातियों में परमेश्वर के नाम की निन्दा की जाती है जैसा लिखा भी है।
यशायाह 51:20
तेरे लड़के मूच्छिर्त हो कर हर एक सड़क के सिरे पर, महाजाल में फंसे हुए हरिण की नाईं पड़े हैं; यहोवा की जलजलाहट और तेरे परमेश्वर की धमकी के कारण वे अचेत पड़े हैं॥
यशायाह 51:23
और मैं उसे तेरे उन दु:ख देने वालों के हाथ में दूंगा, जिन्होंने तुझ से कहा, लेट जा, कि हम तुझ पर पांव धरकर आगे चलें; और तू ने औंधे मुंह गिरकर अपनी पीठ को भूमि और आगे चलने वालों के लिये सड़क बना दिया॥
यशायाह 52:3
क्योंकि यहोवा यों कहता है, तुम जो सेंतमेंत बिक गए थे, इसलिये अब बिना रूपया दिए छुड़ाए भी जाओगे।
यिर्मयाह 50:17
इस्राएल भगाई हुई भेड़ है, सिंहों ने उसको भगा दिया है। पहिले तो अश्शूर के राजा ने उसको खा डाला, और तब बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने उसकी हड्डियों को तोड़ दिया है।
विलापगीत 1:21
उन्होंने सुना है कि मैं कराहती हूँ, परन्तु कोई मुझे शान्ति नहीं देता। मेरे सब शत्रुओं ने मेरी विपत्ति का समाचार सुना है; वे इस से हषिर्त हो गए कि तू ही ने यह किया है। परन्तु जिस दिन की चर्चा तू ने प्रचार कर के सुनाई है उसको तू दिखा, तब वे भी मेरे समान हो जाएंगे।
विलापगीत 2:3
उसने क्रोध में आकर इस्राएल के सींग को जड़ से काट डाला है; उसने शत्रु के साम्हने उनकी सहायता करने से अपना दहिना हाथ खींच लिया हे; उसने चारों ओर भस्म करती हुई लौ की नाईं याकूब को जला दिया है।
विलापगीत 5:13
जवानों को चक्की चलानी पड़ती है; और लड़के-बाले लकड़ी का बोझ उठाते हुए लडखड़ाते हैं।
यहेजकेल 20:9
तौभी मैं ने अपने नाम के निमित्त ऐसा किया कि जिनके बीच वे थे, और जिनके देखते हुए मैं ने उन को मिस्र देश से निकलने के लिये अपने को उन पर प्रगट किया था उन जातियों के साम्हने वे अपवित्र न ठहरे।
यहेजकेल 20:14
परन्तु मैं ने अपने नाम के निमित्त ऐसा किया कि वे उन जातियों के साम्हने, जिनके देखते मैं उन को निकाल लाया था, अपवित्र न ठहरे।
यहेजकेल 36:20
परन्तु जब वे उन जातियों में पहुंचे जिन में वे पहुंचाए गए, तब उन्होंने मेरे पवित्र नाम को अपवित्र ठहराया, क्योंकि लोग उनके विषय में यह कहने लगे, ये यहोवा की प्रजा हैं, परन्तु उसके देश से निकाले गए हैं।
सपन्याह 1:10
यहोवा की यह वाणी है, कि उस दिन मछली फाटक के पास चिल्लाहट का और नये टोले मिश्नाह में हाहाकार का और टीलों पर बड़े धमाके का शब्द होगा।
यशायाह 47:6
मैं ने अपनी प्रजा से क्रोधित हो कर अपने निज भाग को अपवित्र ठहराया और तेरे वश में कर दिया; तू ने उन पर कुछ दया न की; बूढ़ों पर तू ने अपना अत्यन्त भारी जूआ रख दिया।
यशायाह 37:28
मैं तो तेरा बैठना, कूच करना और लौट आना जानता हूं; और यह भी कि तू मुझ पर अपना क्रोध भड़काता है।
निर्गमन 2:23
बहुत दिनों के बीतने पर मिस्र का राजा मर गया। और इस्राएली कठिन सेवा के कारण लम्बी लम्बी सांस ले कर आहें भरने लगे, और पुकार उठे, और उनकी दोहाई जो कठिन सेवा के कारण हुई वह परमेश्वर तक पहुंची।
निर्गमन 3:7
फिर यहोवा ने कहा, मैं ने अपक्की प्रजा के लोग जो मिस्र में हैं उनके दु:ख को निश्चय देखा है, और उनकी जो चिल्लाहट परिश्र्म करानेवालोंके कारण होती है उसको भी मैं ने सुना है, और उनकी पीड़ा पर मैं ने चित्त लगाया है ;
न्यायियों 18:3
जब वे मीका के घर के पास आए, तब उस जवान लेवीय का बोल पहचाना; इसलिये वहां मुड़कर उस से पूछा, तुझे यहां कौन ले आया? और तू यहां क्या करता है? और यहां तेरे पास क्या है?
भजन संहिता 44:12
तू अपनी प्रजा को सेंत मेंत बेच डालता है, परन्तु उनके मोल से तू धनी नहीं होता॥
भजन संहिता 44:16
और शत्रु और बदला लेने वालों के कारण, बुरा- भला कहने वालों और निन्दा करने वालों के कारण।
भजन संहिता 74:10
हे परमेश्वर द्रोही कब तक नामधराई करता रहेगा? क्या शत्रु, तेरे नाम की निन्दा सदा करता रहेगा?
भजन संहिता 74:18
हे यहोवा स्मरण कर, कि शत्रु ने नामधराई की है, और मूढ़ लोगों ने तेरे नाम की निन्दा की है।
भजन संहिता 74:22
हे परमेश्वर उठ, अपना मुकद्दमा आप ही लड़; तेरी जो नामधराई मूढ़ से दिन भर होती रहती है, उसे स्मरण कर।
भजन संहिता 137:1
बाबुल की नहरों के किनारे हम लोग बैठ गए, और सिय्योन को स्मरण करके रो पड़े!
यशायाह 22:16
और यहां तेरा कौन है कि तू ने अपनी कबर यहां खुदवाई है? तू अपनी कबर ऊंचे स्थान में खुदवाता और अपने रहने का स्थान चट्टान में खुदवाता है?
यशायाह 37:6
तब यशायाह ने उन से कहा, अपने स्वामी से कहो, यहोवा यों कहता है कि जो वचन तू ने सुने हैं जिनके द्वारा अश्शूर के राजा के जनों में मेरी निन्दा की है, उनके कारण मत डर।
निर्गमन 1:13
तौभी मिस्रियों ने इस्राएलियों से कठोरता के साथ सेवकाई करवाई।