Proverbs 15:4
शान्ति देने वाली बात जीवन-वृक्ष है, परन्तु उलट फेर की बात से आत्मा दु:खित होती है।
Proverbs 15:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
A wholesome tongue is a tree of life: but perverseness therein is a breach in the spirit.
American Standard Version (ASV)
A gentle tongue is a tree of life; But perverseness therein is a breaking of the spirit.
Bible in Basic English (BBE)
A comforting tongue is a tree of life, but a twisted tongue is a crushing of the spirit.
Darby English Bible (DBY)
Gentleness of tongue is a tree of life; but crookedness therein is a breaking of the spirit.
World English Bible (WEB)
A gentle tongue is a tree of life, But deceit in it crushes the spirit.
Young's Literal Translation (YLT)
A healed tongue `is' a tree of life, And perverseness in it -- a breach in the spirit.
| A wholesome | מַרְפֵּ֣א | marpēʾ | mahr-PAY |
| tongue | לָ֭שׁוֹן | lāšôn | LA-shone |
| is a tree | עֵ֣ץ | ʿēṣ | ayts |
| of life: | חַיִּ֑ים | ḥayyîm | ha-YEEM |
| perverseness but | וְסֶ֥לֶף | wĕselep | veh-SEH-lef |
| therein is a breach | בָּ֝֗הּ | bāh | ba |
| in the spirit. | שֶׁ֣בֶר | šeber | SHEH-ver |
| בְּרֽוּחַ׃ | bĕrûaḥ | beh-ROO-ak |
Cross Reference
नीतिवचन 3:18
जो बुद्धि को ग्रहण कर लेते हैं, उनके लिये वह जीवन का वृक्ष बनती है; और जो उस को पकड़े रहते हैं, वह धन्य हैं॥
नीतिवचन 16:24
मन भावने वचन मधु भरे छते की नाईं प्राणों को मीठे लगते, और हड्डियों को हरी-भरी करते हैं।
नीतिवचन 12:18
ऐसे लोग हैं जिनका बिना सोच विचार का बोलना तलवार की नाईं चुभता है, परन्तु बुद्धिमान के बोलने से लोग चंगे होते हैं।
1 तीमुथियुस 6:3
यदि कोई और ही प्रकार का उपदेश देता है; और खरी बातों को, अर्थात हमारे प्रभु यीशु मसीह की बातों को और उस उपदेश को नहीं मानता, जो भक्ति के अनुसार है।
मलाकी 4:2
परन्तु तुम्हारे लिये जो मेरे नाम का भय मानते हो, धर्म का सूर्य उदय होगा, और उसकी किरणों के द्वारा तुम चंगे हो जाओगे; और तुम निकल कर पाले हुए बछड़ों की नाईं कूदोगे और फांदोगे।
नीतिवचन 18:14
रोग में मनुष्य अपनी आत्मा से सम्भलता है; परन्तु जब आत्मा हार जाती है तब इसे कौन सह सकता है?
नीतिवचन 18:8
कानाफूसी करने वाले के वचन स्वादिष्ट भोजन की नाईं लगते हैं; वे पेट में पच जाते हैं।
भजन संहिता 109:22
क्योंकि मैं दीन और दरिद्र हूं, और मेरा हृदय घायल हुआ है।
भजन संहिता 52:2
तेरी जीभ केवल दुष्टता गढ़ती है; सान धरे हुए अस्तुरे की नाईं वह छल का काम करती है।
उत्पत्ति 3:22
फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा, मनुष्य भले बुरे का ज्ञान पाकर हम में से एक के समान हो गया है: इसलिये अब ऐसा न हो, कि वह हाथ बढ़ा कर जीवन के वृक्ष का फल भी तोड़ के खा ले और सदा जीवित रहे।
प्रकाशित वाक्य 2:7
जिस के कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है: जो जय पाए, मैं उसे उस जीवन के पेड़ में से जो परमेश्वर के स्वर्गलोक में है, फल खाने को दूंगा॥
नीतिवचन 26:22
कानाफूसी करने वाले के वचन, स्वादिष्ट भोजन के समान भीतर उतर जाते हैं।